चित्रकूट/सतना. उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस के लिए चुनौती बने कुख्यात डकैत बबुली कोल को रविवार रात धारकुंडी थाना पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ में बबुली का साथी लवलेश कोल भी पुलिस की गोली का शिकार हुआ है। यूपी व एमपी को मिलाकर बबुली कोल पर साढ़े छह लाख व लवलेश पर सवा लाख रूपए का इनाम घोषित था। पुलिस को घटनास्थल से कुछ खाने पीने की सामग्री व हथियार बरामद हुए हैं।
हाल ही में डकैत बबुली कोल गैंग ने मध्य प्रदेश के हरसेड गांव के किसान अवधेश का अपहरण किया था। डकैत ने 50 लाख की फिरौती की रकम मांगी थी। लेकिन छह लाख रुपए मिलने के बाद किसान को मुक्त कर दिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार रात पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल यूपी बॉर्डर से सटे हुए एमपी के धारकुंडी थाना क्षेत्र में वीरपुर जंगल में कॉबिंग पर थे। तभी पुलिस की डकैत बबुली कोल गैंग के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान गोली लगने से बबुली कोल व लवलेश कोल मारा गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, किसान अवधेश के अपहरण के बाद पुलिस इस गैंग के पीछे पड़ी थी। पुलिस के दबाव के कारण ही डकैतों ने अपहृत किसान को मुक्त किया था। इसके बाद से ही पुलिस अपहरणकर्ताओं के पीछे पड़ी थी।
मध्यप्रदेश पुलिस में आईजी चंचल शेखर ने बबुली कोल व लवलेश के मारे जाने की पुष्टि की है। बताया कि, मप्र और उप्र को मिलाकर बबुली कोल पर साढ़े छह लाख का इनाम था, जबकि लवलेश पर 1.25 लाख रुपए का इनाम था।
तो गैंगवार का शिकार हुआ बबुली कोल
ऐसी खबरें भी सामने आ ऱही हैं कि किसान अवधेश के अपहरण के बदले मिले छह लाख की फिरौती के रकम के बंटवारे को लेकर बबुली कोल गिरोह में फूट पड़ गई थी और गैंग में नए शामिल हुए लाली कोल ने इन दोनों को मौत के घाट उतारा था। हालांकि पुलिस ने इससे इंकार किया है।
Comment Now