भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित अस्पताल में अवैध गर्भपात कराए जाने का मामला उजागर हुआ। इस मामले के सामने आने के एक दिन बाद बुधवार को इस मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गई। शहर के चिखली इलाके के एसआर अस्पताल की एक महिला डॉक्टर ने कलेक्टर से इस मामले में शिकायत की थी। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि दो सरकारी डॉक्टरों के नाम पर यहां धड़ल्ले से ऑपरेशन किए जा रहे थे।
इस अस्पताल में करीब आठ माह से गर्भपात किए जा रहे थे। भंडाफोड बाद सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ने बुधवार को अस्पताल की परमिशन बैक डेट में 9 सितंबर को रद्द कर दिया। 5 सितंबर को हुई शिकायत के बाद त्वरित कार्रवाई की बजाए 11 सितंबर तक की गई देरी का परिणाम यह हुआ कि चिखली के अस्पताल में हुए एबॉर्शन के आंकड़े गायब कर दिए गए। अब अधिकारी इसकी भी जांच करने का दावा कर रहे हैं।
एसआर अस्पताल में काम करने के लिए जांजगीर की एक महिला डॉक्टर से प्रबंधन से बात की थी। इस दौरान डॉक्टर ने अपने कुछ दस्तावेज प्रबंधन को दिए। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर गर्भपात करने की परमीशन ले ली गई। शिकायत करने वाली डॉक्टर के नाम पर जिला अस्पताल के बीआर साहू और चंदूलाल अस्पताल की डॉ बलजीत कौर भाटिया यहां गर्भपात करते रहे। इसी के चलते मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।
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