बिलासपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे व मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी के उपचार में प्रदेश के सबसे बड़े रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल ने भी हाथ खड़े कर लिए हैं। उन्हें अब मोवा स्थित बालाजी निजी अस्पताल में रेफर किया गया है। पूर्व विधायक को उपचार के लिए छह दिनों में अपोलो सहित चार अस्पताल बदले जा चुके हैं। राज्य मेडिकल बोर्ड ने पूर्व विधायक के स्वास्थ्य की जांच की। इसमें न्यूरो की समस्या सामने आई है।
वहीं अमित जोगी की नियमित जमानत के लिए हाईकोर्ट में प्रस्तुत आवेदन पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने अमित जोगी की केस डायरी तलब की है। अमित जोगी की जमानत अर्जी पेंड्रारोड के एडिशनल सेशन जज की अदालत ने खारिज कर दी। भाजपा की समीरा पैकरा ने अमित जोगी के खिलाफ जन्म प्रमाण पत्र को लेकर गलत जानकारी व शपथ पत्र देने का आरोप लगाते हुए गौरेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में अमित जोगी गिरफ्तार किए गए हैं। सेशन कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद अमित जोगी ने हाईकोर्ट में जमानत अर्जी लगाई है।
बुधवार को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने केस डायरी मंगाई है। आगे की सुनवाई की तिथि तय नहीं की गई है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि अमित अपोलाे हाॅस्पिटल में एडमिट हैं। जोगी की ओर से प्रकरण में जमानत दिए जाने के पक्ष में इसी मसले पर हाईकोर्ट के पूर्व फैसले को आधार बताया गया। अमित जोगी को अपोलो हॉस्पिटल से बुधवार दोपहर 3.30 बजे डिस्चार्ज कर रायपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। हालांकि अमित ने अपोलो से खुद को मेदांता रेफर करने का अनुरोध किया था। अपोलो प्रबंधन ने इस बात का जिक्र डिस्चार्ज टिकट में किया है।
न्यायिक हिरासत: कब क्या हुआ
Comment Now