विदिशा . रविवार को तीन घंटे तक हुई भारी बारिश ने लोगों को दहशत में डाल दिया। ऐसा कोई इलाका नहीं था, जहां पानी न भरा हो। इंद्रा कॉम्प्लेक्स, सुभाषनगर, डंडापुरा, रंगियापुरा इलाकों में मकानों के अंदर तीन फीट तक पानी भर गया। अस्पताल रोड, तलैया मोहल्ला, कृष्णा कालोनी, द्वारिकापुरी आदि इलाकों में भी लोग पानी की वजह से घर में कैद होकर रह गए। कागपुर नदी उफान पर आने से विदिशा-अशोकनगर मार्ग और भाटनी की पुलिया डूबने से विदिशा-गैरतगंज मार्ग बंद हो गया, जबकि बेतवा के उफान से विदिशा-रायसेन मार्ग पिछले 7 दिन से बंद है। संजय सागर के तीन गेट और संगड़ बांध के दो गेट पानी निकालने के लिए खोलना पड़े।
जानिए : प्रदेश का हाल
अब तक 19 % ज्यादा : प्रदेश में रविवार सुबह तक 99.72 सेमी बारिश हुई। यह सामान्य बारिश 83.45 सेमी से 19 % अधिक है।
यहां 30-100 % ज्यादा बारिश : उज्जैन, अागर-मालवा, अशाेक नगर, बड़वानी, भाेपाल, बुरहानपुर, गुना, इंदाैर, झाबुअा, खंडवा, मंदसाैर, नीमच, रायसेन, राजगढ़।
सिर्फ यहां सामान्य से कम : शहडाेल, सीधी अाैर बालाघाट जिले।
पिछले 24 घंटों में : मंडला में 861, सिवनी में 774 अाैर नरसिंहपुर में 672 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
जबलपुर : बरगी बांध के 21 गेट खुले : जबलपुर में करीब साढ़े तीन इंच बारिश हुई। बरगी बांध के सभी 21 गेट खोल दिए गए हैं। बारिश एवं बांध के गेट खोले जाने के बाद नर्मदा के ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट जलमग्न हो गए। घाट के लोगों को ऊपर शिफ्ट किया गया है।
हरदा : टिमरनी से इंदौर-भोपाल की बसें बंद : टिमरनी में रविवार को हुई तेज बारिश से कई इलाकाें में पानी भर गया। दूसरे दिन भी करीब 500 लाेग राहत शिविराें में रहे। टिमरनी-रहटगांव मुख्य मार्ग बंद हो गया। टिमरन, अजनाल, गंजाल नदियां उफान पर होने से इंदौर, हरदा, भोपाल, खंडवा को जाने वाली बसें बंद रहीं।
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