नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि हम आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान के साथ सभ्य माहौल में बातचीत के लिए तैयार हैं। विदेशमंत्री ने सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद के मद्देनजर यह भी साफ कर दिया कि बातचीत हमारे सिर पर बंदूक रखकर नहीं की जानी चाहिए। जयशंकर ने सिंगापुर में मिंट एशिया लीडरशिप समिट के दौरान यह बात कही। वे यहां 6 से 10 सितंबर तक रहेंगे।
जयशंकर ने कहा- अगर पाकिस्तान और भारत के बीच कुछ मुद्दे हैं, जिन पर बात होनी है तो वह दोनों देशों के बीच ही होगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि देश में 40 विभिन्न आतंकी ग्रुप सक्रिय हैं। इस पर जयशंकर ने कहा- हम इस पर बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन तब जब आप उस तरह बात करें जैसे दो सभ्य पड़ोसी बात करते हैं।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा- आप यह नहीं कह सकते कि मैं आपसे बात करना चाहता हूं। लेकिन मेरे पास यह भी अधिकार रहेगा कि मैं रात में आऊं और आपके शहरों को उड़ा दूं।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बरकरार है। पाकिस्तान ने इस मसले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर रखने की भी कोशिश की थी।
पाक के प्रधानमंत्री इमरान ने कहा था कि हम भारत से बातचीत करना चाहते हैं। ट्रम्प से मुलाकात के दौरान भी उन्होंने यही बात दोहराई थी। लेकिन, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका यात्रा पर गए थे तो उन्होंने ट्रम्प के सामने ही साझा बयान में साफ कर दिया था कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इस पर वे किसी अन्य देश को कष्ट देना नहीं चाहते हैं।
ट्रम्प ने भी कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देश यह मसला आपसी बातचीत से सुलझा लेंगे। राष्ट्रपति पुतिन ने भी मोदी से मुलाकात के दौरान यह साफ किया था कि हम आतंरिक मुद्दों में बाहरी दखल के खिलाफ हैं।
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