Monday, 28th July 2025

बयान / जोशी ने कहा- देश को ऐसे नेता की जरूरत जो प्रधानमंत्री से बेहिचक बहस कर सके

Wed, Sep 4, 2019 9:51 PM

 

  • जोशी बोले- जयपाल रेड्‌डी ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने हमेशा तात्कालिक मुद्दों पर बात की और अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया
  • उन्होंने कहा- ऐसे फोरम लगभग खत्म हो चुके हैं जहां पर राजनेता पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अपनी बात रखते हों

 

नई दिल्ली. भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने मंगलवार को कहा कि वर्तमान में देश को ऐसे नेता की जरूरत है जो प्रधानमंत्री के साथ बेहिचक किसी भी मुद्दे पर बहस कर सके और अपनी बात स्पष्ट तरीके से रखे। दिवंगत कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोलते हुए जोशी ने कहा कि रेड्‌डी ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने हमेशा तात्कालिक मुद्दों पर बात की और कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।

जोशी ने 1990 के दशक में रेड्‌डी के साथ बिताए अपने समय को याद करते हुए कहा कि रेड्‌डी हमेशा दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर अपनी बात रखते थे। उन्होंने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के मुद्दों पर भी फोरम में बेबाकी से अपनी बात रखी थी। जोशी ने आगे यह भी कहा, “मैं ऐसा समझता हूं कि आजकल ऐसे नेतृत्व की बहुत जरूरत है जो इस बात की चिंता किए बिना कि प्रधानमंत्री नाराज या खुश होंगे, अपनी बात साफ-साफ कहते हैं, उनसे बहस करते हैं।”

वह फोरम खत्म हुए, जहां नेता अपनी बात खुलकर रखते थे: जोशी

भाजपा नेता ने कहा कि एक ऐसे फोरम खत्म हो चुके हैं, जहां राजनेता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अपनी बात रखते थे। इसे पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। कुछ ऐसे प्रश्न हैं जो देश और कुछ मामलों में विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन पर विचार विमर्श होना जनतंत्र और देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। हमें इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। यही रेड्डी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

संस्मरण सभा में कई नेता मौजूद थे

रेड्डी की याद में आयोजित संस्मरण सभा में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा, वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव और कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी सहित विभिन्न दलों के नेता मौजूद रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्‌डी इसी साल जुलाई में हैदराबाद में 77 साल की उम्र में निधन हो गया था। वे निमोनिया से पीड़ित थे। वे 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे।

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