Thursday, 22nd May 2025

राजस्थान / पैतृक गांव में हुआ शहीद हेमराज जाट का अंतिम संस्कार, 2 साल पहले ही हुए थे आर्मी में भर्ती

Tue, Sep 3, 2019 7:11 PM

 

  • हेमराज जाट 4 बटालियन में ग्रेनेडियर के तौर पर पुंछ में तैनात थे
  • जाट की प्रारंभिक पढ़ाई गांव में ही हुई थी, उसके बाद किशनगढ़ व अजमेर में आगे की पढ़ाई की

 

अजमेर. जम्मू कश्मीर में पुंछ जिले में एलओसी पर गोलाबारी में शहीद हुए हेमराज जाट का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के भतीजे चेतन ने उन्हे मुखाग्नि दी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शहीद हेमराज को श्रद्धांजली देने पहुंचे। जिसमें विधायक सतीश पूनिया भी शामिल रहे। अंतिम संस्कार से पहले हेमराज जाट को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान आर्मी के कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

इससे पहले जयपुर पहुंचने पर भी शहीद को एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान सैना के अधिकारी, विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास मौजूद रहे। बता दें कि रविवार को एलओसी पर मोर्टार के गोले दागे गए, जिसमें जवान हेमराज जाट शहीद हो गए थे। वे 4 बटालियन में ग्रेनेडियर के तौर पर पुंछ में तैनात थे। 

गांव में शोक की लहर
हेमराज की बहन की शादी हो चुकी है। वहीं हेमराज की अभी तक शादी नहीं हुई है। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही भदूण सहित आसपास के गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सवा 2 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे | शहीद हेमराज जाट का जन्म 5 जुलाई 1996 को हुआ था। जाट की प्रारंभिक पढ़ाई गांव में ही हुई थी। उसके बाद किशनगढ़ व अजमेर में आगे की पढ़ाई की। वह 22 मार्च 2017 को सेना में भर्ती हुए थे। 
 

जानकारी अनुसार, हेमराज पुंछ की अग्रिम चौकी पर तैनात थे। इस दौरान पुछ सेक्टर के शाहपुरा-केरनी में पाकिस्तान ने सीज फायर का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की। जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। दुश्मनों का सामना करने के दौरान हेमराज को गोली लग गई और वह शहीद हो गए। शहीद हेमराज की माता का नाम दाखा देवी है। उनकी 5 भाई और एक बहन है जिसमें हेमराज सबसे छोटा है। शहीद के 3 भाई माइंस पर और एक भाई खेतीबाड़ी करता है। 

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