सूरत (लवकुश मिश्रा). भारतीय रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहला सबसे बड़ा बदलाव प्राइवेट ट्रेन चलाने का किया गया है। पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस नवंबर में अहमदाबाद और मुंबई के बीच चल सकती है। केंद्र सरकार ने इस ट्रेन को आईआरसीटीसी को लीज पर दिया है। ट्रेन में यात्रियों की जांच के लिए स्टेशन पर चेकइन काउंटर बनाए जाएंगे। ट्रेन एक घंटे से ज्यादा लेट होगी, तो यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जाएगा। ट्रेन का किराया तय करने के लिए आईआरसीटीसी काम कर रही है। इस ट्रेन को लखनऊ-दिल्ली के बीच भी चलाए जाने की भी योजना है।
वेस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ रविंद्र भाकर ने बताया कि तेजस ट्रेन को चलाने का सारा जिम्मा अब आईआरसीटीसी का है। वह परिचालन की तैयारी कर रही है। इसके लिए वह रेलवे को लीज चुकाएगी। इस पर जल्द निर्णय लिया जाना है। ट्रेन का शेड्यूल घोषित कर दिया गया है।
किराया शताब्दी एक्सप्रेस के बराबर हो सकता है
आईआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तेजस का बेस किराया इसी रूट पर चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के बराबर हो सकता है। इस ट्रेन के हर कोच में सिर्फ दो टॉयलट होंगे, जबकि अन्य ट्रेनों के कोच में 4 टॉयलट होते हैं। इसके पीछे थोड़ा फ्री स्पेस और बेहतर फूड सर्विस मैनेजमेंट के लिए नई पैंट्री कार की योजना है। रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ट्रेन में अंदर और बाहर विज्ञापन लगाए जाएंगे। तेजस ट्रेनों में एसएलआर की जगह होगी, जिसमें बुक किया हुआ सामान ले जाया जाएगा।
एयरपोर्ट की तरह रेलवे स्टेशनों पर बनाए जाएंगे चेकइन-करंट काउंटर
ट्रेन में बैठने के पहले स्टेशन पर टिकट की चेकिंग कर ली जाएगी, जैसे फ्लाइट की टिकट की जांच होती है। करंट रिजर्वेशन काउंटर भी होगा। इस ट्रेन के लिए आईआरसीटीसी टिकट जारी करेगी, जो कि ट्रेन और प्लेटफाॅर्म पर वैध होगा। रेलवे का टीसी स्टाफ यात्रियों की जांच नहीं कर सकेगा। आईआरसीटीसी के अनुसार, ट्रेन में वह अपना अधिकृत स्टाफ नियुक्त करेगी।
दुर्घटना में रेलवे नियमों के तहत देंगे मुआवजा मिलेगा
यात्रियों के बीमा पर विचार किया जा रहा है। यात्रा के दौरान अगर कोई दुर्घटना होती है, तो रेलवे के नियमावली के अनुसार ही यात्रियों के क्लेम का प्रावधान होगा। इस नियम में आईआरसीटीसी की ओर से कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। आईआरसीटीसी की इस ट्रेन में वर्तमान में रेलवे द्वारा विभिन्न प्रकार की टिकटों पर दी जानी वाली छूट नहीं होगी।
लीज की अवधि पर की जा रही है बात
इस ट्रेन को चलाने के लिए आईआरसीटीसी रेलवे को सालाना किराया देगी। यह किराया कोच और मेंटेनेंस के आधार पर होगा। अगर रेक बढ़ेंगे तो इसमें जिस दिन से ट्रेन का परिचालन होगा उस दिन से उसका किराया दिया जाएगा। ट्रेन की मरम्मत रेलवे करेगी। लीज की अवधि पर बात चल रही है।
12 कोच वाली ट्रेन के क्रू रेलवे के होंगे
आईआरसीटीसी की तेजस ट्रेन पहले एक साल केवल 12 कोच के साथ चलेगी। आगे कोच बढ़ाए जा सकते हैं। रेलवे की मेल ट्रेनों में कम से कम 18 कोच होते हैं। आईआरसीटीसी ने बताया कि इस ट्रेन की समय सारिणी रेलवे ने तय की है। लोको पायलट, गॉर्ड, ऑपरेटिंग स्टाफ रेलवे का होगा।
शेड्यूल:
रवाना: सुबह 6.10 बजे अहमदाबाद
स्टेशन | समय |
अहमदाबाद | सुबह 6.10 बजे छूटेगी |
वडोदरा | सुबह 8.08 बजे पहुंचेगी |
सूरत | सुबह 9.35 बजे पहुंचेगी |
मुंबई सेंट्रल | दोपहर 1.10 बजे पहुंचेगी |
वापसी: दोपहर 3.40 बजे मुंबई सेंट्रल से
स्टेशन | समय |
मुंबई सेंट्रल | दोपहर 3.40 बजे चलेगी |
सूरत | शाम 6.57 बजे पहुंचेगी |
वडोदरा | रात 8.20 बजे पहुंचेगी |
अहमदाबाद | रात 9.55 बजे पहुंचेगी |
कोच में होंगी ये सुविधाएं
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