Sunday, 25th May 2025

छत्तीसगढ़ / पूर्व सीएम अजीत जोगी बोले- बघेल ने 9 अगस्त को ही मेरी जाति तय कर दी थी, समिति ने केवल अनुमोदन किया

Wed, Aug 28, 2019 3:58 PM

रायपुर . पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अपनी जाति विवाद को लेकर मंगलवार को सामने आए और सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा। जोगी ने पलटवार करते हुुए इस फ़ैसले को गलत बताया। उन्होंने दावा किया है कि वे 
फैसले की कॉपी मिलते ही हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।  


उन्होंने कहा भूपेश उच्च स्तरीय छानबीन समिति ने फैसला दिया है कि मैं आदिवासी नही हूं, इस समिति ने भूपेश बघेल की गाइडलाइन पर ही निर्णय लिया है। विश्व आदिवासी दिवस के दिन 9 अगस्त को ही यह घोषणा कर दिया थी कि एक महीने के भीतर जोगी की जाति मामले में फैसला आ जाएगा। जोगी ने तंज किया मेरे बेटे अमित जोगी को हाईकोर्ट ने कंवर आदिवासी और मुढी गोत्र का माना। अमित मेरा बेटा आदिवासी और मैं आदिवासी नहीं। सिंह कमेटी ने मुझे आदिवासी नहीं माना पर यह भी नहीं बताया कि मैं ब्राह्मण हूं, राजपूत हूं, या शुद्र। कोई तो बताए, मैं क्या हूं। जोगी ने सवाल किया मैं भारत का इकलौता व्यक्ति हूं जिसकी कोई जाति नहीं है, मैं कंवर नही हूं तो मेरी जाति क्या है? यह तो बताया नहीं।

फिर कोर्ट जाएंगे | उधर अमित जोगी बिलासपुर में कहा कि फैसले की कॉपी जैसे ही जोगी परिवार को मिलेगी, वो याचिका दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि सुनवाई के दौरान उनके पिता अजीत जोगी ने ग्राम सभा का अनुमोदन, हाईकोर्ट का फैसला, सुप्रीम कोर्ट का फैसला सभी प्रस्तुत किया था, लेकिन उन सभी फैसले को रिकार्ड में लेने से कमेटी ने इनकार कर दिया, इससे साफ जाहिर होता है कि कमेटी ने पहले से ही मन बना लिया था कि किस तरह का रिपोर्ट दिया जाना है।

जोगी को आदिवासी मुख्यमंत्री बताने  पर अब माफी मांगे कांग्रेस : इधर भाजपा ने कांग्रेस के केन्द्रीय और प्रादेशिक नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया है। पार्टी ने कहा कि जोगी को आदिवासी बताकर छत्तीसगढ़ का नेतृत्व सौंपकर कांग्रेस ने प्रदेश के साथ छलावा किया था और इसके लिए कांग्रेस को छत्तीसगढ़ से माफी मांगनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि भाजपा शुरू से ही जोगी के आदिवासी होने पर सवाल उठाती रही और बाद में हमारी सरकार के कार्यकाल में इस जाति विवाद की जांच भी शुरू हुई। हालांकि बाद में यह मामला न्यायालय के विचाराधीन हो गया था। कौशिक ने कहा कि अब जबकि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश और उच्च न्यायालय के कहने पर विधिसम्मत गठित हाई-पॉवर कमेटी ने यह रिपोर्ट दी है कि जोगी आदिवासी नहीं हैं। तो कांग्रेस नेतृत्व के महाझूठ की कलई खुल गई है। कौशिक ने कहा कि जोगी और उनकी पार्टी को भाजपा की बी टीम बताकर अपनी खीझ मिटाने वाले कांग्रेस नेताओं को यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि जाति मामले की जांच के लिए भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही 21 फरवरी 2018 को हाई-पॉवर कमेटी बनी थी।

राजनीति के लिए मदद  करती रही बीजेपी:  प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने अजीत जोगी के आरोपों निराधार एवं तथ्यहीन कहा है। उन्होंने कहा कि रमन सरकार के कार्यकाल में लगातार प्रशासनिक और न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल लगाकर अजीत जोगी की जाति के मामले में निर्णय को बाधित किया जाता रहा। भाजपा सरकार ने निहित राजनैतिक स्वार्थों के चलते इस मामले में लगातार जोगी को सहयोग किया। उच्च न्यायालय में हाईपावर छानबीन कमेटी की सिफारिशों को जमा करके भी विधानसभा चुनावों के ऐन पहले रमन सिंह सरकार ने वापस लिया। भाजपा की बी टीम को मदद पहुंचाने के लिये रमन सिंह सरकार ने अजीत जोगी के जाति मामले में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की स्पष्ट अनदेखी की जाती रही।

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