खेल डेस्क. भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की धमाकेदार शुरुआत की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने 318 रन के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। ये रनों से लिहाज से टेस्ट क्रिकेट में भारत की चौथी सबसे बड़ी जीत है। सबसे बड़ी जीत 337 रन से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2015 में मिली थी। मैच की दूसरी पारी में विंडीज 100 रन पर ऑलआउट हो गई और इसमें बड़ा योगदान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का रहा। वर्ल्ड कप के बाद करीब सवा महीने का ब्रेक लेकर मैदान पर उतरे बुमराह ने पांच विकेट लिए। खास बात ये रही कि इस ब्रेक के दौरान उन्होंने अपनी गेंदबाजी में एक और हथियार जोड़ा है। ये है- आउटस्विंगर बॉल।
बुमराह की ताकत हमेशा से इनस्विंगर रही हैं। इनस्विंगिंग यॉर्कर तो उनकी पहचान बन गई हैं। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच की दूसरी पारी में उन्होंने करीब 60% गेंदें आउटस्विंगर फेंकीं। आउटस्विंगर पर ही उन्होंने डैरेन ब्रावो, शाई होप और जेसन होल्डर के विकेट भी लिए। बुमराह ने तीनों का ऑफ स्टंप गिराया। गेंदबाजी में इसी तरह की वैरायटी के दम पर ही 2017 से बुमराह का घर से बाहर गेंदबाजी औसत 22 का है, यानी वे औसतन हर 22 गेंद के बाद एक विकेट ले रहे हैं।
बुमराह चार दौरों पर गए, चारों जगह 5 विकेट लिए
बुमराह अब तक टेस्ट टीम का हिस्सा बनकर चार विदेशी दौरों पर गए हैं- दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज। चारों जगह उन्होंने पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। चार अलग-अलग देशों में अपने पहले ही दौरे में पांच विकेट लेने वाले वे पहले गेंदबाज हैं। आज तक कोई भी एशियाई गेंदबाज इन चारों देशों में पांच विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सका और बुमराह ने अपने पहले दौरे में ही ऐसा कर दिया।
10 से भी कम रन देकर 5 विकेट लेने वाले 11वें गेंदबाज
बुमराह ने दूसरी पारी में आठ ओवर में महज सात रन देकर पांच विकेट लिए। इन आठ ओवर में चार ओवर तो मेडन ही रहे। किसी टेस्ट पारी में दस से भी कम रन देकर पांच विकेट लेने वाले वे दुनिया के सिर्फ 11वें गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के चार और इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज के दो-दो गेंदबाज ऐसा कारनामा कर चुके हैं।
आउटस्विंगर टप्पा खाने के बाद बाहर निकलती है
आउटस्विंगर टप्पा खाने के बाद बाहर निकलती है। गेंद परफेक्ट हो तो दो स्थितियां होती हैं। पहली- गेंद लेग स्टंप पर टप्पा खाकर मिडल स्टंप की ओर मूव होती है। बल्ले का एज लेकर स्लिप में जाती है। दूसरी- मिडल स्टंप पर गिरकर सीधी आती हुई लगती है। बल्लेबाज मिडल स्टंप बचाने जाता है, पर ऑफ स्टंप उड़ जाता है। बुमराह की गेंदों पर बल्लेबाज इसी तरह गच्चा खा गए। भारतीय गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार भी विकेट के दोनों ओर स्विंग कराने में सक्षम हैं, पर उनकी रफ्तार कम है। भुवी की रफ्तार करीब 130 की है। बुमराह 140+ की रफ्तार निकालते हैं, इसलिए ज्यादा असर डाल पाते हैं।
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