नई दिल्ली. स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने पाकिस्तान के उस दावे को झूठा करार दिया है जिसमें उसने कहा था कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद उसने भारत का एक सुखोई 30 फाइटर जेट मार गिराया था। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वायुसेना के 7 अफसरों को वीरता पुरस्कार और पांच अन्य अफसरों को युद्ध सेवा मेडल देने की घोषणा की गई है। इनमें मिंटी अग्रवाल भी शामिल हैं। मिंटी बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को कश्मीर में पाक विमानों की घुसपैठ के दौरान फाइटर प्लेन कंट्रोलर की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन की भी मदद की थी।
झूठ से ज्यादा कुछ नहीं
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश की थी। विंग कमांडर अभिनंदन ने इसी दौरान दुश्मन का एक एफ-16 प्लेन मार गिराया था। हालांकि, उनके विमान में खराबी आ गई और उन्हें फोर्स लैंडिंग करनी पड़ी थी। पाकिस्तान ने उन्हें बंदी बना लिया। 2 दिन बाद भारत के दबाव में पाकिस्तान को उन्हें छोड़ना पड़ा था। इसके बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत का एक सुखोई 30 फाइटर जेट मार गिराया है। न्यूज एजेंसी से बातचीत में मिंटी ने पाकिस्तान के दावे को सिर्फ और सिर्फ झूठ करार दिया।
अभिनंदन ने गिराया था एफ-16
युद्ध सेवा मेडल प्रदान किए जाने की घोषणा के बाद न्यूज एजेंसी से बातचीत में मिंटी ने कहा- सुखोई 30 गिराने का दावा झूठ के अलावा कुछ नहीं है। सच्चाई तो ये है कि विंग कमांडर अभिनंदन ने उनका एफ-16 मार गिराया था। पाकिस्तान सिर्फ गलत प्रचार कर रहा है। हमारे पास अपने पूरे सुखोई आज भी मौजूद हैं। मैं तो खुद उस वक्त पूरे हालात पर नजर रख रही थी। वायुसेना ने भी उसी वक्त यानी 27 फरवरी को साफ कर दिया था कि ऑपरेशन में शामिल तमाम सुखोई 30 सुरक्षित एयरबेस पर लौट आए हैं। मिंटी ने कहा, “जैसे ही विंग कमांडर अभिनंदन का फाइटर जेट उड़ा। मैं उन्हें तमाम फोटो और बाकी मदद मुहैया करा रही थी।”
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