रायपुर. एक महिला द्वारा अपने भाइयों से जमीन का हिस्सा मांगने पर उसे सामाज से बहिष्कृत कर दिया गया है। पीड़ित महिला के बेटे ने इस मामले में पुलिस से गुहार लगे है। लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ कोई भी केस नहीं दर्ज हुआ है।
तीन किलोमीटर दूर से राशन लाने पर मजबूर महिला
बहिष्कृत परिवार से गांव में सिर्फ एक व्यक्ति बात करता है, दुकानदार उसे राशन नहीं देते। इसलिए महिला तीन किलोमीटर दूर जाकर दूसरे गांव से राशन, सब्जी लाने पर मजबूर है।
इसलिए नाराज हुए पीड़ित के भाई
मंगलवार को घोघरा गांव के डोलामणी दीप चौहान अपनी गुहार लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने बताया कि बरमकेला तहसील में एक याचिका दायर कर उनकी मां यशोदा बाई ने अपने भाइयों हलधर, फगून, रसिको और कलदारो से पुश्तैनी जमीन में अपना हिस्सा मांगा था। इससे उसके मामा नाराज हो गए। मामला कानूनी रूप से गलत नहीं था इसलिए वे कुछ कर नहीं सके।
जाति और धर्म से जोड़ा गया मामला
डोलामणी का आरोप है कि कानूनी रूप से कुछ न कर पाने पर उसके मामाओं ने धर्म का सहारा लिया। कुछ दिन पहले गांव में एक कीर्तन हुआ और 9 जुलाई को विसर्जन किया गया। विसर्जन के बाद डोलामणी दीप चौहान उसी रास्ते से गुजरा। जिसको लेकर विवाद खड़ा किया गया।
गांव के कुछ तथाकथित लोगों ने डोलमणी को छोटी जाति का बताते हुए इसे धर्म का अपमान बताया और उसपर पहले दो हजार का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया। यही नहीं पंचों ने फरमान सुनाया है कि गांव का जो भी व्यक्ति डोलामणी से बात करेगा उसे भी 12 सौ रुपए जुर्माना देने होंगे।
पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई की बात
इस पूरे मामले में राजीव नगर थाना इंचार्ज ने बताया कि इस मामले में संबंधितों से बात की जाएगी। पूरी जांच के बाद दोषी व्यक्तियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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