Monday, 9th June 2025

मप्र / दूध के 41 सैंपल में यूरिया व शकर के अलावा एंटीबायाेटिक्स भी मिला

Mon, Jul 22, 2019 4:12 PM

 

  • एफएसएसएअाई के मिल्क सर्वे 2018 में हुअा खुलासा- मध्यप्रदेश के 335 सैंपल जांच में लिए गए, इनमें कई जानलेवा तत्वों की मिलावट
  • सहकारी दुग्ध संघों की डेयरियों में भी मिलावट का गोरखधंधा

 

भाेपाल . दूध में पानी के अलावा यूरिया और शकर की मिलावट तो की ही जा रही है, साथ ही गाय-भैंस से ज्यादा दूध निकालने के लिए किए जा रहे एंटीबायाेटिक्स भी इसमें मिल रहे हैं। खास बात यह है कि यह सब छाेटी प्राइवेट डेयरियाें में ही नहीं, बल्कि सहकारी दुग्ध संघाें द्वारा संचालित डेयरी में भी किया जा रहा है। इसका खुलासा फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथाॅरिटी अाॅफ इंडिया (एफएसएसएअाई ) की नेशनल मिल्क सर्वे 2018 की रिपाेर्ट में हुअा है। 


एफएसएसएअाई की रिपाेर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलाें में मिल्क वेंडर, पार्लर, डेयरी अाैर सहकारी दुग्ध संघाें की डेयरी प्लांट अाैर पैकेज्ड दूध के 335 सैंपल लिए गए थे। इनमें से 41 नमूनाें में जांच के दाैरान यूरिया, एंटीबायाेटिक, शकर, माल्टाेज डेक्सट्रिन, ग्लूकाेज, सल्फाेनामाइड, ट्रेट्रासाइक्लिन, क्यूनाेल्स मिले हैं। इससे सरकारी अाैर निजी डेयरियाें पर बिक रहे दूध की क्वाॅलिटी कंट्राेल करने के लिए डेयरियाें में बनी लैब में हाे रही दूध की जांच रिपाेर्ट्स पर सवाल उठ रहे हैं। 
 

बालाघाट के सांची दूध में यूरिया, विदिशा के सैंपल में क्यूनाेलाेन्स

41 सैंपल में क्या-क्या
तत्व    सैंपल
यूरिया    18 
एंटीबायाेटिक    15
क्यूनाेलाेन्स    6
सल्फाेनामाइड    7
ट्रेट्रासाइक्लीन    2
एफ्लाटाॅक्सिन    5
ग्लूकाेज    1
शुगर    24
पानी    10 
माल्टाेज डेक्सिट्रिन    1 


स्रोत : एफएसएसएअाई द्वारा प्रदेश से लिए नमूनाें की जांच रिपाेर्ट।

एफ्लाटाॅक्सिन से पहले पेट दर्द, बाद में लिवर कैंसर : गेस्ट्राेएंट्रोलाॅजिस्ट डाॅ. सीसी चाैबल ने बताया कि एफ्लाटाॅक्सिन युक्त दूध के पीने से शुरुअात में व्यक्ति काे पेट संबंधी बीमारियां हाेती हैं। यही लिवर कैंसर का कारण बनता है। दूध में एंटीबायाेटिक मिलने का अर्थ है कि किसान जिस गाय अथवा भैंस का दूध उपभाेक्ता के उपयाेग के लिए सप्लाई कर रहा है, वह जानवर बीमार है अथवा उससे जबरन दूध लिया जा रहा है। 

सिंथेटिक दूध, मावा और पनीर बेचने वालों पर 10 टीमें करेंगी कार्रवाई : सिंथेटिक दूध, मावा, पनीर अाैर घी बेचने वाले भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दमोह, शिवपुरी, सागर में काराेबारियाें पर कार्रवाई करने के लिए संचालक खाद्य सुरक्षा व नियंत्रक ने 10 टीमें गठित की हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के नोडल अधिकारी अरविंद पथरौल ने बताया कि रविवार को प्रदेशभर से दूध और दूध से बने उत्पादों के 82 सैंपल लिए हैं। इनकी जांच जारी है।

335 सैंपल में से कुछ चौंकाने वाले  पैकेजिंग से पहले लिया दूध का नमूना

  • सांची-इंदाैर दुग्ध संघ मर्यादित बुरहानपुर की मिल्क प्राेसेसिंग यूनिट से बीते साल 10 जुलाई काे खुले दूध का सैंपल लिया गया था। इसमें एंटीबायाेटिक, क्यूनाेलाेन्स अाैर शकर की मिलावट हाेने की पुष्टि फूड एनालिस्ट ने अपनी जांच रिपाेर्ट में की है। फूड अमले ने दूध का सैंपल पैकेजिंग से पहले लिया था। शेष | पेज 10 पर
  • एफएसएसएअाई टीम ने 12 जुलाई 2018 काे विदिशा जिले के बासाैदा गांव स्थित श्री बालाजी सांची मिल्क पार्लर से सांची के फुल क्रीम मिल्क श्रेणी के दूध का सैंपल लिया था। जांच के दाैरान दूध के इस सैंपल में फूड एनालिस्ट ने एंटीबायाेटिक्स, क्यूनाेलाेन्स अाैर शक्कर की मिलावट होना बताया, जबकि नियमानुसार पैकेज्ड दूध में एंटीबायाेटिक्स, क्यूनाेलाेन्स अाैर शकर की मिलावट प्रतिबंधित हैं। विदिशा में भाेपाल दुग्ध संघ से दूध सप्लाई हाेता है। 
  • छह जुलाई 2018 काे एफएफएसएअाई टीम ने जबलपुर दुग्ध संघ सहकारी मर्यादित बालाघाट (सांची दूध)की प्राेसेसिंग यूनिट के टैंक नंबर 2 से दूध का सेंपल लिया गया था। लेबाेरेटरी टेस्ट में दूध के लिए गए सेंपल में यूरिया, सल्फाेनामाइड अाैर शक्कर की मिलावट निकली। इससे डेयरी प्लांट में दूध की गुणवत्ता जांचने के लिए बनी क्वालिटी कंट्राेल लेबाेरेटरी में दूध की हाेने वाले टेस्ट पर सवाल उठने लगे हैं।
  • फूड अमले ने उज्जैन के नागदा में संचालित अग्रवाल जनरल स्टाेर से साैरभ प्यूरा पैकेज्ड दूध का सेंपल लिया था। जांच के दाैरान दूध में एंटीबायाेटिक एफ्लाटाॅक्सिन अाैर शक्कर की मिली। एफएसएसएअाई के नियमाें के अनुसार दूध में किसी भी प्रकार के एंटीबायाेटिक अाैर शक्कर नहीं हाेना चाहिए। 


हमसे रिपाेर्ट साझा नहीं हुइर् : एफएसएसएअार्ई ने सांची दूध में मिलावट की रिपाेर्ट साझा नहीं की है। इस मामले में साेमवार काे एफएसएअाई से जानकारी मंगाएंगे। ताकि इस मामले में अागे काेई कार्रवाई की जा सके। 
- शमीमुद्दीन, सीईअाे, भाेपाल दुग्ध संघ 

एफएसएसअाई के मिल्क सर्वे रिपाेर्ट में प्रदेश के 13 जिलाें से लिए गए दूध के सैंपल में यूरिया डिटेक्ट हुअा था। इसके बाद एमपी फूड डिपार्टमेंट ने दूध की जांच के लिए दाे अभियान चलाए थे। इस अभियान के दाैरान 290 सैंपल लिए गए। इसमें से 78 फेल हुए थे। स्टेट फूड लेबाेरेटरी में दूध के नमूनाें की हुई जांच में एक भी सैंपल में यूरिया नहीं मिला था। - अरविंद पथराैल, नाेडल अधिकारी, फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन , मप्र

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery