Sunday, 25th May 2025

उच्च शिक्षा / कॉलेज में पहले दिन पढ़ाई पर असमंजस, डीयू सहित 5 विवि सिलेबस को अपलोड भी नहीं कर पाए

Tue, Jul 2, 2019 9:03 PM

 

  • उच्च शिक्षा विभाग से निर्देश मिलने के डेढ़ माह बाद भी विवि प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान 
  • हेमचंद यादव यूनिवसिर्टी (डीयू) में बोर्ड ऑफ स्टडी की अंतिम बैठक भी नहीं 

 

भिलाई. उच्च शिक्षा विभाग का नया सत्र शुरू हो गया है और हायर एजुकेशन ने अंडर ग्रेजुएशन का सिलेबस बदल दिया है, फिर भी राज्य संचालित सभी पांचों विश्वविद्यालय ने उसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया है। पं. रविशंकर शुक्ल और सरगुजा विश्वविद्यालय को छोड़कर शेष तीन विश्वविद्यालयों में विषयवार विद्या परिषद की बैठक नहीं हो पाई है। जहां बैठक हुई है, वहां अभी सिलेबस को विभागों में अटका कर रखा गया है। 

कुलसचिव के नाम बंद लिफाफ में सीडी भेजी

  1.  

    इससे इन विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों और पढ़ाने वाले प्रोफेसरों की परेशानी बढ़ गई है। सेंट्रल बोर्ड की मई के पहले सप्ताह में बैठक हुई। इसमें सिलेबस को अंतिम रूप देकर सभी विश्वविद्यालयों को भेजा गया। कुलसचिवों के नाम बंद लिफाफे में सीडी भेजी गई। उसे उन्होंने अकादमी विभाग को वेरीफिकेशन करने के लिए दे दिया। इसका असर पहले दिन पढ़ाई पर पड़ा। 

     

  2.  

    पुराने सिलेबस से फर्स्ट ईयर की पढ़ाई शुरू 

    • 05 बैठकें हुई हैं सेंट्रल बोर्ड स्टडीज और विद्या परिषद की 
    • 2288 प्रोफेसरों को भी है नए सिलेबस का इंतजार 
    • 4.51 लाख बच्चों तक नहीं पहुंचा है अभी तक सिलेबस 
    • 657 शासकीय और निजी कॉलेज संचालित हैं राज्य में 

    संबद्ध कॉलेज, छात्रों की संख्या और बैठकों की स्थिति 

    हेमचंद यादव विश्वविद्यालय  सरगुजा विश्वविद्यालय  बस्तर विश्वविद्यालय  पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर  अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर 
    128 शासकीय और निजी कॉलेजों को दी गई है संबद्धता  66 शासकीय और प्राइवेट कॉलेज जुड़े हुए  36 शासकीय और निजी कॉलेज हैं विश्वविद्यालय से संबद्ध  संबद्ध कॉलेज  248  संबद्ध कॉलेज : 179 
    1.10 लाख छात्र-छात्राएं अंडर ग्रेजुएशन कोर्स में पढ़ रहे हैं  60 हजार विद्यार्थी कर रहे हैं अंडर ग्रेजुएशन स्तर की पढ़ाई  15 हजार छात्र-छात्राएं कर रहे हैं संबद्ध कॉलेजों में पढ़ाई  छात्रों की संख्या 1.49 लाख  छात्रों की संख्या: 1.17 लाख 
    बीएचएससी, बीकाम, बीएससी और बीए के पाठ्यक्रम अपलोड नहीं  सभी अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के सिलेबस अपलोड नहीं किए  विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर सिलेबस नहीं किया अपलोड  सिलेबस  बनकर तैयार  सिलेबस : बनकर तैयार 
    विद्या परिषद की स्थायी समिति की अंतिम बैठक अभी बची हुई विद्या परिषद की विषयवार हो चुकी हैं अंतिम बैठकें  बीओआई की बैठकें पूरी, पाठ्यक्रम भी तैयार, प्रिटिंग के लिए भेजे गए  बैठकें पूरी  बैठकें पूरी 

    सहायक कुलसचिव अकादमी विभाग डॉ. सुमीत अग्रवाल ने बताया कि अभी बोर्ड ऑफ स्टडीज की पहली बैठकें हो चुकी हैं। जून महीने भर चली हैं। जल्दी ही सिलेबस को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। 

    कुलसचिव विनोद एक्का ने बताया कि सिलेबस को अंतिम रूप दिया जा चुका है। वेबसाइट पर अपलोड करने का काम चल रहा है। कोर्स प्रिटिंग के लिए भेजा जाएगा। 

    सहायक कुलसचिव अंताराम चौरे ने बताया कि बैठकें पूरी हो चुकी हैं। सिलेबस भी बनकर तैयार है। उसे प्रिटिंग के लिए भेजा गया है। सिलेबस के छपकर आने के बाद उसे वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। 

    अब क्या कह रहे : कुलसचिव डॉ. गिरिशकांत पांडेय ने बताया कि सभी अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के विद्या परिषद की बैठकें हो चुकी हैं। सिलेबस को वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं। प्रिटिंग के लिए भेजा। 

    अब क्या कह रहे : विवि के पीआरओ सौमित्र तिवारी ने बताया कि सिलेबस को अंतिम रूप दे दिया गया है। विवि के वेबसाइट पर जारी किया जा रहा है। प्रिंटिंग के लिए भी भेज दिए हैं। 

     

  3. प्रोफेसरों का व्यस्त होना मुख्य कारण बता रहे 

     

    विश्वविद्यालयों के अफसरों का कहना है कि सेमेस्टर एग्जाम में प्रोफेसरों के व्यस्त रहने की वजह से विद्या परिषद के सदस्य एक स्थान पर एकत्रित नहीं हो पा रहे हैं। सेंट्रल बोर्ड से मिले सिलेबस का पुन: परीक्षण नहीं हो पाया है। बोर्ड की दो बैठकें अभी और होनी है। इसकी वजह से सिलेबस को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। इसकी वजह से छात्रों और प्रोफेसरों को परेशानी हो रही है। अभी उन्हें पढ़ने और पढ़ाने में दिक्कतें हो रही हैं। 

     

  4. कुलसचिवों को जल्दी अपडेट करने कहा जाएगा 

     

    सभी विश्वविद्यालयों को हमने करीब डेढ़ महीने पहले ही अंडर ग्रेजुएशन का सिलेबस भेज दिया था। अभी तक क्यों अपडेट नहीं कर पाए कारण पूछेंगे। उनसे कहेंगे कि जल्दी सिलेबस को अपडेट किया जाए, ताकि छात्रों और प्रोफेसरों को कोई परेशानी न हो।

    हिमशिखर गुप्ता, संचालक, उच्च शिक्षा संचालनालय 

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