Thursday, 22nd May 2025

मप्र / हॉस्टल रूम में ताला डालकर घर गईं छात्राओं पर 5-5 हजार जुर्माना

Sun, Jun 30, 2019 4:05 PM

  • छुट्टियों में घर गईं थीं छात्राएं, अब प्रबंधन मांग रहा 20 जुलाई तक राशि जमा करने का शपथपत्र
  • मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के गर्ल्स हॉस्टल का मामला

भोपाल. मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के गर्ल्स हॉस्टल (कल्पना चावला भवन) में रहने वालीं 450 से अधिक छात्राओं को गर्मी की छुट्टियों में घर जाने के दौरान अपने रूम में ताला लगाना महंगा पड़ रहा है। प्रबंधन द्वारा ऐसी हर छात्रा पर 5-5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।

पिछले सत्र की परीक्षाएं खत्म होने के बाद ये छात्राएं हॉस्टल के अपने-अपने रूम में ताला डालकर घर गई थीं। अब नया सत्र शुरू होने वाला है, इसलिए छात्राएं हॉस्टल वापस आ रही हैं। जो छात्राएं वापस आ गई हैं उनसे प्रबंधन शपथ पत्र ले रहा है, इसके तहत उन्हें 20 जुलाई तक जुर्माने की राशि जमा करनी होगी। इसके बाद ही उन्हें हॉस्टल मेें एडमिशन दिया जा रहा है। उधर, हाॅस्टल नंबर 5 में रहने वाले छात्राें काे भी जुर्माना भरने का नोटिस जारी किया गया है।  


 मैनिट में नए सत्र 2019-20 के अंतर्गत अंडर ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की कक्षाएं 17 जुलाई से शुरू होंगी। इसके लिए छात्र-छात्राएं वापस आने लगे हैं। अब इनसे कहा जा रहा है कि मेंटनेंस वर्क के दौरान आपके कमरे में ताला डला हुआ था, इसलिए उन्हें जुर्माना भरना होगा। मैनिट प्रबंधन ने 24 अप्रैल को नोटिस जारी किया था, इसमें बताया गया था कि गर्मियों की छुट्टियों के दौरान हॉस्टल में मेंटनेंस कार्य कराया जाएगा। इसलिए छात्राओं को हॉस्टल में अलॉट किए गए रूम को खाली करना पड़ेगा, लेकिन छात्राओं तक यह जानकारी नहीं पहुंची। और वे अपने रूम में ताला डाल कर घर चली गईं।  

नए ताले डाले : प्रबंधन ने छात्राओं द्वारा लगाए गए सभी ताले तोड़े

छात्राओं ने बताया कि प्रबंधन ने उनके कमरे के ताले तोड़ेकर अपने ताले डलवा दिए। जबकि, रूम में भारी भरकम मेंटेनेंस नहीं कराया गया, यह तो उनकी उपस्थिति में भी हाे सकता था। छात्राओं का कहना है कि मेंटनेंस हर बार होता है, ऐसे में ताला तोड़ने की जरूरत नहीं थी। हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं विभिन्न राज्य और शहरों से आती हैं। ऐसे में कमरा खाली कर पूरा सामान साथ लेकर जाने में परेशानी होती है, लेकिन इस बार वे जानकारी के अभाव में ताला डाल गईं थीं। उन्होंने बताया कि एक कमरे में 3 छात्राएं रहती हैं। हर एक से 5-5 हजार रुपए लिए जा रहे हैं।

काॅमन रूम में सामान रखने पर गुम हो जाता है : छात्राओं का कहना है कि इंस्टीट्यूट हर बार रूम खाली करने को कहता है। सामान को कॉमन रूप में रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन ऐसे में कई छात्रों का सामान  गुम हो जाता है। इसलिए रूम में ताला डालकर घर जाते हैं।

हॉस्टल में मेंटनेंस कराना था, इसके लिए नोटिस भी दिया था। छात्राओं का सामान रखने कॉमन रूम में व्यवस्था की थी। रूम खाली करने के लिए तीन बार तारीख भी बढ़ाई। फिर भी स्टूडेंट्स ताले डालकर घर चले गए। डॉ. अजय वर्मा, पीआरओ, मैनिट

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