नई दिल्ली. अमिताभ कांत को नीति आयोग के सीईओ के तौर पर दो साल का एक्सटेंशन दिया गया। बुधवार को जारी आदेश में इस बात की जानकारी दी गई। कैबिनेट समिति ने सीईओ कांत के कार्यकाल को 30 जून 2019 से 30 जून 2021 तक बढ़ा दिया है। मंत्रालय ने आदेश में बताया कि इस दौरान नियम और शर्तें वही रहेंगी।
नीति आयोग के सीईओ के तौर पर अधिकारी कांत की नियुक्ति पहली बार 17 फरवरी 2016 को हुई। यह नियुक्ति दो साल के लिए हुई थी। इसे 30 जून 2019 तक के लिए बढ़ाया गया था।
नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति आयोग) के सीईओ बनने से पहले अधिकारी कांत इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन विभाग के सचिव थे।
नीति आयोग के मुताबिक सीईओ कांत को मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, इनक्रेडिबल इंडिया और गॉड्स ओन कंट्री जैसे प्रयासों को शुरू करने का श्रेय जाता है। इनके बूते भारत खुद को बढ़ते मैन्युफैक्चरिंग और टूरिज्म डेस्टिनेशन के तौर पर स्थापित कर सका।
रिपोर्ट के मुताबिक, सीईओ कांत ने अतिथि देवो भवः और मेहमान ही भगवान जैसे कंसेप्ट को ट्रेन, टैक्सी ड्राइवर, गाइड और इमिग्रेशन अधिकारियों तक पहुंचाया। टूरिज्म बढ़ाने की प्रक्रिया में इन सभी को हिस्सेदार बनाया।
सीईओ कांत की शिक्षा मॉडर्न स्कूल दिल्ली से हुई। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। जेएनयू से मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
Comment Now