इंदौर | हम आईएसआई का ठप्पा देखकर ही वस्तुएं खरीदते हैं, लेकिन यह ठप्पा रिश्वत लेकर दिया जा रहा है। शनिवार को लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई से इसका खुलासा हुआ। लोकायुक्त पुलिस ने भाेपाल स्थित भारतीय मानक ब्यूरो के आंचलिक कार्यालय में पदस्थ वैज्ञानिक (बी वर्ग) अरुण कुमार शंखवार को आईएसआई मार्क देने के एवज में 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा।
शंखवार ने इंदौर के सांवेर रोड सेक्टर एफ में दवा फैक्टरी के मालिक से साफ-सफाई की दवाओं को मार्क देने के बदले में 50 हजार रुपए मांगे थे। शंखवार फैक्टरी के निरीक्षण के दौरान पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपए ले रहे थे, तभी लोकायुक्त डीएसपी प्रताप सिंह बघेल और उनकी टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
फैक्टरी पर आकर ली रिश्वत : शुक्रवार शाम को शंखवार का फोन आया तो अजमेरा ने कहा कि आप फैक्टरी पर निरीक्षण के लिए आ जाइए, यहीं पैसे दे देंगे। सुबह 10 बजे फैक्टरी पहुंचे शंखवार ने कहा कि पानी के लाइसेंस के लिए तो हम दो-दो लाख लेते हैं, आप से तो 50 हजार ही ले रहे हैं। फिर पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपए देना तय हुआ। जैसे ही शंखवार ने यह रकम बैग में रखी, उसे पकड़ लिया गया।
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