Monday, 9th June 2025

मप्र / नरहरि बने आयुक्त नगरीय विकास, बामरा वित्त सचिव

Sun, Jun 9, 2019 5:54 PM

 

  • सात दिन बाद फिर बदले गए तबादला आदेश, 18 आईएएस इधर से उधर
  • भोपाल कलेक्टर का नाम फिर अटका

भोपाल . एक जून को नगरीय विकास आयुक्त पद से हटाकर सागर कमिश्नर बनाए गए गुलशन बामरा का आदेश राज्य सरकार ने सात दिन में बदल दिया। उन्हें वित्त विभाग में सचिव पदस्थ करते हुए राज्य सरकार ने छुट्टी के दिन शनिवार को 18 आईएएस अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया। जनसंपर्क विभाग के सचिव पी. नरहरि को वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ नगरीय विकास आयुक्त का भी जिम्मा सौंपा गया है।

बताया जा रहा है कि सागर कमिश्नर का आदेश निकलने के बाद बामरा ने उच्च स्तर पर अपनी अनिच्छा जाहिर कर दी थी, क्योंकि वे जबलपुर के कमिश्नर रह चुके थे। इधर, सात दिन बाद शनिवार को जारी सूची में भी राजधानी भोपाल के कलेक्टर का नाम नहीं आया। राज्य सरकार इस मामले में कोई निर्णय नहीं कर पाई। 


 भोपाल कलेक्टर के लिए फिलहाल आईएएस तरुण पिथौड़े, तेजस्वी एस नायक और मनीष सिंह के नाम चर्चा में हैं। तेजस्वी नायक को लेकर स्थानीय विधायकों की तरफ से विरोध जताया गया। शासन ने आपूर्ति निगम की एमडी सूफिया फारुकी वली का एक जून को कलेक्टर रायसेन किया गया तबादला भी निरस्त करते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ उप सचिव उमाशंकर भार्गव को रायसेन का कलेक्टर बनाया गया है। सूफिया फारुकी पूर्ववत पद पर बनी रहेंगी। सागर कमिश्नर पद से हटाए गए शोभित जैन और उनके बाद जेके जैन को शासन ने मानवाधिकार आयोग और राजस्व मंडल भेज दिया। 


ऐसा पहली बार हुआ कि आईएएस अधिकारियों के तबादले की अधिकृत सूची जारी होने से पहले ही प्रस्तावित पदस्थापना की लिस्ट सामने आ गई। करीब आधे घंटे बाद अधिकृत सूची जारी हुई। 
 

अशोक शाह के श्रम का जिम्मा संभालने के बाद प्रमोद अग्रवाल इस दायित्व से मुक्त होंगे। हालांकि उन्हें प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया। 
संजीव सिंह के कार्यभार ग्रहण करने के बाद कवींद्र कियावत इस प्रभार से मुक्त होंगे।

स्मार्टसिटी में जूनियर अाैर सीनियर का पेंच : तबादलाें में राज्य सरकार ने 2007 बैच के अाइर्एएस दीपक सिंह काे स्मार्ट सिटी का सीईओ बनाया है। जबकि बताैर नगर निगम कमिश्नर व 2011 बैच के वी विजय दत्ता स्मार्ट सिटी कंपनी के ईडी हैं अाैर बताैर कलेक्टर इसके अध्यक्ष हैं। सूत्राें का कहना है कि एेसे में कामकाज काे लेकर दिक्कत हाे सकती है।

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