Sunday, 8th June 2025

मध्यप्रदेश / दरवाजे में था करंट, छूते ही चली गई ढाई साल की मासूम की जान, मां बचाने आई तो वह भी झुलसी

Tue, May 28, 2019 6:33 PM

 

  • टॉयलेट जाने के लिए मासूम ने खोला था टिन का दरवाजा, बचाने गए दादा को भी लगा झटका
  • मौसी की शादी में शामिल होने मंगलवार को मां के साथ रायबरेली जाने वाली थी मासूम

भोपाल . स्मार्ट सिटी रोड के पास बसी गंगा नगर बस्ती में ढाई साल की मासूम की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। टिन की चद्दर से बने दरवाजे में फैले करंट से अंजान मासूम ने जैसे ही दरवाजे को पकड़ा, वह तड़पने लगी। बेटी को तड़पते देख मां ने जान की परवाह किए बगैर उसे खींचा और वह भी करंट की चपेट में आ गई। शोर सुनकर दोनों को बचाने आए दादा को भी करंट लगा, लेकिन बाद में उन्होंने कपड़े में लपेटकर दोनों को खींच लिया। मासूम अपनी मां के साथ मंगलवार को मौसी की शादी में शामिल होने उप्र के रायबरेली जाने वाली थी।

ये दर्दनाक हादसा गंगा नगर बस्ती में रहने वाले अनवर खान की ढाई साल की बेटी सायबा के साथ रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। अनवर यहां चार बच्चों सना, साहिल, सायबा, सबा और पत्नी शबनम के साथ रहते हैं। अनवर ने बताया कि रविवार दोपहर सायबा अपने मामू खुर्शीद के साथ बस्ती में खेल रही थी। मामा से बोली- टॉयलेट जाना है। खुर्शीद ने उसे ये कहते हुए घर भेज दिया कि वहां अम्मी होंगी। मां को बताए बगैर सायबा ने टिन की चद्दर से बने दरवाजे को जैसे ही छुआ, वह तड़पने लगी। बेटी को बचाने पहुंचीं शबनम भी करंट की चपेट में आ गई। शोर सुनकर पास के मकान में मौजूद दादा इस्लाम भी आए तो करंट ने उन्हें भी झटका दिया। इसके बाद उन्होंने गमछे में लपेटकर दोनों को दरवाजे से दूर खींच लिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।

परिजन बोले- रमजान के महीने में नहीं करवाना बेटी का पीएम : सूचना पर श्यामला हिल्स पुलिस भी पहुंच गई। देखा कि बिजली का एक नंगा तार टिन के दरवाजे को छू रहा था। यही वजह थी कि दरवाजे में करंट फैल था। अनवर और परिवार ने पुलिस से गुजारिश की कि रमजान का महीना चल रहा है। ये एक हादसा है, इसलिए हम नहीं चाहते कि मासूम का पोस्टमार्टम करवाया जाए। पुलिस ने लीगल ओपीनियन लेने के बाद बगैर पीएम करवाए ही शव परिवार को सौंप दिया।

मौसी के निकाह में जाने के लिए खुश थी सायबा : 16 जून को शबनम की छोटी बहन का निकाह उप्र के रायबरेली में होना तय है। बड़ी बहन को साथ ले जाने के लिए खुर्शीद रविवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे गंगा नगर बस्ती आए थे। सायबा खुश थी कि मौसी के निकाह में जाएंगे। हादसे से कुछ देर पहले उसने मामू के फोन से अपनी मौसी से बात भी की थी। बोली थी कि मौसी जब हम आएंगे तो डांस करेंगे।

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