भोपाल । मध्यप्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान अनेक रोचक प्रसंग भी सामने आए थे । ऐसा ही एक मामला खरगोन संसदीय क्षेत्र के भगवानपुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सतावड़ मतदान केंद्र पर देखने को मिला था । तब मतदान के दिन मात्र एक मतदाता द्वारा मतदान के जाने के बाद निर्वाचन अमले के समक्ष एक चुनौती खड़ी हो गई थी । खरगोन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के भगवानपुरा विधानसभा क्षेत्र में सतावड़ स्थित मतदान केंद्र पर ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार किए जाने से यहां 776 मतदाताओं में से केवल 1 मतदाता ने मतदान किया था इस मतदान केंद्र पर तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर डॉ नवनीत कोठारी ने सतावड़ पहुंचकर मतदाताओं को मनाने के खूब प्रयास किए थे, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए थे । इतना ही नहीं मतगणना के दौरान नगर के एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश भावसार ने सतावड़ में पड़े एकमात्र वोट की गोपनीयता बनाए रखने की मांग को लेकर आवेदन भी प्रस्तुत किया था । तब निर्वाचन से जुड़े अधिकारी इस आवेदन को लेने के बाद पशोपेश में पड़ गए थे और उन्हें निर्वाचन आयोग से सलाह मशवरा करना पड़ी थी । सामाजिक कार्यकर्ता ने मांग की थी कि निर्वाचन आयोग से इस मामले में मार्गदर्शन लेकर ही मतगणना करवाई जाए । सामाजिक कार्यकर्ता श्री भावसार ने एक मतदान केंद्र पर डाले गए एक वोट गोपनीयता को मुद्दा बनाकर चुनाव आयोग को सोचने पर मजबूर कर दिया था । इस प्रकार एक वोट की गोपनीयता को लेकर चुनाव आयोग के समक्ष एक गंभीर सवाल खड़ा हो गया था । क्योंकि मतदाता द्वारा दिए गए मत की गोपनीयता यदि भंग हो सकती है तो लोकतांत्रिक व्यवस्था में कई सवालों को खड़ा करती है ।
Comment Now