Sunday, 8th June 2025

लोकसभा चुनाव / प्रज्ञा के लिए बुलाई बैठक, नहीं आए विधायक-पार्षद

Wed, Apr 24, 2019 5:13 PM

 

  • भोपाल सीट पर भाजपा के सामने आपसी विवाद बन रहा चुनौती
  • विधायकों-पूर्व विधायकों का एक घंटे तक इंतजार करते रहे सहस्त्रबुद्धे

भोपाल . भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह के चुनाव की तैयारी के लिए प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने खुद भोपाल के विधायकों, पूर्व विधायकों, जिलाध्यक्ष, पार्षद, पूर्व पार्षद और जिला पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। स्थानीय नेताओं की सक्रियता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि कई विधायक, पूर्व विधायक, पार्षद, पूर्व पार्षद व जिला पदाधिकारी नहीं पहुंचे। सहस्त्रबुद्धे इस बात से थोड़े खफा हुए। उन्होंने कहा कि भोपाल संसदीय सीट का चुनाव हाईप्रोफाइल है। यह विचारधारा को लेकर लड़ा जा रहा है। इसमें सभी काे काम करना है। जो काम नहीं कर रहे, उनकी जानकारी है। एेसे लोगों के बारे में पार्टी बाद में विचार करेगी। बैठक में स्थानीय नेताओं ने यह भी कहा कि कई लोगों को कोई काम नहीं मिल रहा। वे घर बैठे हैं। इधर, बताया जा रहा है कि सहस्त्रबुद्धे को बैठक के लिए स्थानीय नेताओं का इंतजार करना पड़ा। विधायकों-पूर्व विधायकों की बैठक शाम 4 बजे से बुलाई गई थी, लेकिन पांच बजे तक लोग नहीं आए। 

56 में से 38 पार्षद अौर 120 में से 32 पूर्व पार्षद ही पहुंचे : सहस्त्रबुद्धे ने पहले विधायकों-पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई थी। इसमें सिर्फ पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह और शैलेंद्र प्रधान पहुंचे। पूर्व विधायक रमेश शर्मा ने यह कहकर नहीं आए कि उनकी पीरगेट पर वरिष्ठ नेताओं से बात हो गई है। सुरेंद्रनाथ सिंह, कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा, जितेंद्र डागा, सुदेश राय, विष्णु खत्री समेत कई लोग नहीं आए। इसके बाद पार्षदों, पूर्व पार्षदों व जिला पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें कुल 56 में से 38 पार्षद, 120 पूर्व पार्षदों में से 32 ही आए। जिला पदाधिकारियों में मालती राय, सुषमा साहू, मीना राठौर और रामेश्वर राय दीक्षित समेत कई नेता नहीं आए। प्रदेश प्रभारी ने इन स्थितियों को गंभीरता से लिया है। संगठन का कहना है कि विधायकों के कहने पर चलने वाले इन पार्षदों के बारे में भविष्य में निर्णय लिया जाएगा।

  • नहीं मिल रही सूचना-बैठक में स्थानीय नेताओं ने यह बात भी उठाई कि प्रज्ञा सिंह के प्रचार व रैली के बारे में सूचनाएं नहीं मिल रही। इस पर सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि व्यवस्था सुधारेंगे।
  • हमें पहले बताओ-सहस्त्रबुद्धे ने यह भी कहा कि प्रज्ञा सिंह जिस भी विधानसभा में प्रचार के लिए जाए, वहां के प्रमुख नेता स्थानीय स्तर पर मुद्दों की उन्हें जानकारी दें।  

रोजगार के सवाल पर सहस्त्रबुद्धे बोले- एनएसएसओ तो पापड़ बनाकर कमाने वाले को भी बेरोजगार गिनेगा 

मोदी सरकार में बेरोजगारी बढ़ने और नौकरी नहीं मिलने के मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने केंद्रीय संस्था नेशनल सेंपल सर्वे ओर्गेनाइजेशन (एनएसएसओ) पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब रोजगार सिर्फ नौकरी नहीं, इसे लाइवलीहुड (आजीविका) से जोड़कर देखना चाहिए। पापड़ बनाने वाले उसे बेचकर कमा रहे हैं। एनएसएसओ तो उसे बेरोजगार ही गिनेगा। सहस्त्रबुद्धे ने इसके साथ ही दो फिल्मों के उदाहरण भी दे दिए। उन्होंने कहा कि समाज की छवि फिल्मों दिखती है। गली ब्वॉय फिल्म में हीरो अपने हुनर के दम पर सबल बनता है तो पैडमेन फिल्म में भी एेसा ही उदाहरण है। इसलिए नौकरी का मसला अब वैसा नहीं है। 

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