Sunday, 8th June 2025

दिल्ली / मोदी ने कहा- व्यापारियों ने देश के बारे में सोचा, उन्हीं की वजह से भारत सोने की चिड़िया कहलाया

Sat, Apr 20, 2019 1:15 AM

 

  • मोदी ने कहा- सत्ता में आने के बाद पांच साल में 1500 कानून खत्म किए
  • उन्होंने कहा- कांग्रेस शासन में यह धारणा बन गई थी कि देश में जो भी गड़बड़ होती है, वह व्यापारियों की वजह से होती है

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा मैदान में व्यापारियों के सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने  हमेशा देश के बारे में सोचा। देश के व्यापारियों की वजह से ही भारत को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था। मोदी ने कहा- आजादी के बाद से कांग्रेस के शासन में व्यापारियों को लेकर धारणा बना दी गई थी कि देश में जो भी गड़बड़ हो रही है, वह सिर्फ व्यापारियों की वजह से हो रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा- सच्चाई यह है कि मेरे देश का सामान्य व्यापारी तो महंगाई की दोगुनी मार झेलता है। एक तो वह खुद अपने घर का बजट बनाता है तो दिक्कत होती है। दूसरा महंगाई की वजह से लोगों के सारे पैसे आवश्यकता की पूर्ति में खर्च हो जाते थे तो दुकानदारों के व्यापार में कमी होती थी। उसका असर व्यापारी समाज को पड़ता है। महंगाई कंट्रोल होती है तो जेब में पैसे होते हैं, तब बाजार में लगते हैं और व्यापार तेजी से बढ़ता है। 

मोदी ने कहा- वादा किया था कि हर दिन एक कानून खत्म करूंगा

मोदी ने कहा- पहले देश में कारोबारियों को जंगल के कानूनों और कानूनों के जंगल.. दोनों से जूझना पड़ता था। 2014 में जब आपने बुलाया था, तब मैं प्रधानमंत्री नहीं था। तब लोग डरते थे मेरी सभा में आने से कि उनपर इनकम टैक्स की रेड पड़ जाएगी। पहली बार इसी मंच पर एक बात कही थी कि देश में ऐसी सरकार है, जो नए-नए कानून बनाने का काम करती है। मैंने कहा था कि मैं आऊंगा तो हर दिन एक कानून खत्म करूंगा।

'जीएसटी से व्यापार में पारदर्शिता आई'

  • प्रधानमंत्री ने कहा, "जीएसटी के बाद व्यापार में पारदर्शिता आई और कच्चे-पक्के के चक्कर से आप मुक्त हो गए हैं। जीएसटी से राज्यों का राजस्व डेढ़ गुना तक बढ़ गया है। जीएसटी की व्यवस्था आपके सुझावों पर चल रही है। अगले बजट तक इंतजार नहीं करना होता।''
  • ''यह नहीं कह सकता हूं कि सरकार से गलतियां नहीं होतीं। इतना बड़ा देश है कि एक इलाके के लिए जो सही हो, वह दूसरे इलाके के लिए भी सही हो। आपकी सलाह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। हम आपको जितना प्रोत्साहन दे सकें, वह कम है।''

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