प्रलय श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए पाँच साल पहले 2014 में तीन चरण में मतदान हुआ था। पहले चरण में 9 लोकसभा संसदीय क्षेत्र सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा और होशंगाबाद के लिए 15 मार्च 2014 से अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी। मतदान की प्रक्रिया 10 अप्रेल को हुई थी। दूसरे चरण की निर्वाचन प्रक्रिया 19 मार्च 2014 से शुरू हुई थी। दूसरे चरण में 10 संसदीय क्षेत्र मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, खुजराहो, भोपाल और राजगढ़ शामिल थे। इन संसदीय क्षेत्रों में मतदान 17 अप्रेल को हुआ था।
तीसरे चरण में 10 संसदीय क्षेत्र सम्मिलित रहे, जहाँ नामांकन और अधिसूचना जारी होने की तिथि 29 मार्च थी। इनमें विदिशा, देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन, खंडवा और बैतूल शामिल थे। इन संसदीय क्षेत्रों में 24 अप्रैल 2014 को मतदान करवाया गया था।
तीनों चरणों का मतदान निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हुआ था। निर्वाचन अमले के बेहतर इंतजाम के कारण कहीं कोई बाधा नहीं आई। तीनों चरणों की मतगणना पूरे देश की लोकसभा सीटों के साथ 16 मई 2014 को पूरी कर ली गई। निर्वाचन प्रक्रिया की सम्पूर्ण कार्यवाही 28 मई तक पूरी कर देश को 16वीं लोकसभा सौंपी गई थी।
प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से 19 सामान्य 4 अनुसूचित जाति और 6 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
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