भोपाल। यूनानी शफाखाना के पास अग्रवाल ज्वेलर्स के ड्राइवर को गोली मारकर बैग लूटने वाली गैंग फरार दोनों सदस्यों को भी पुलिस ने बिहार के रोहतास जिले से हिरासत में ले लिया है। इनमें धीरेंद्र उर्फ ठनठन चौबे और मणीरंजन चौबे शामिल हैं। टीम को उनके पास से दो पिस्टल, 32 जिंदा कारतूस और पिस्टल की तीन मैगजीन मिली हैं। दोनों की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी इरशाद वली रोहतास एसपी से लगातार संपर्क में थे।
भोपाल पुलिस ने उनके तीन साथियों कृत्यानंद तिवारी, मनीष तिवारी और अभय तिवारी को उज्जैन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। पूछताछ में कृत्यानंद ने लूट की तीन वारदात भी कबूल की हैं। हालांकि, पुलिस इसे वेरिफाई कर रही है। पुलिस का मानना है कि ठनठन और मणिरंजन के भोपाल आने के बाद आरोपियों का आपस में आमना-सामना करवाया जाएगा। इसके बाद इस शातिर गैंग से और भी वारदातों का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस गैंग को पकड़ने वाली टीम को सर्राफा एसोसिएशन ने 50 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी। गैंग के सभी सदस्यों के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही एसोसिएशन ने शुक्रवार को भोपाल पुलिस का सम्मान किया। इस दौरान एसोसिएशन ने पुष्पगुच्छ और 51 हजार रुपए भोपाल पुलिस को दिए।
मकान मालिक के खिलाफ भी केस दर्ज : गैंग का सरगना कृत्यानंद तिवारी जॉन बास्को स्कूल के पास नवीन नगर, ऐशबाग में तीन साल से किराए पर रह रहा था। टीआई अजय नायर ने बताया कि ये मकान अब्दुल अलीम खान का है, जो बिजली कंपनी में सुपरवाइजर हैं। किराएदारों की जानकारी देने के संबंध में जारी कलेक्टर के आदेश का पालन मकान मालिक ने नहीं किया। इसलिए कलेक्टर आदेश की अवहेलना के आरोप में अलीम के खिलाफ ऐशबाग पुलिस ने आईपीसी की धारा 188 का केस दर्ज कर लिया है। इस धारा के तहत एक महीने की सजा या 200 रुपए जुर्माने का प्रावधान है।
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