Thursday, 22nd May 2025

इंटरव्यू / मोदी ने कहा- नेता पुत्र का चुनाव लड़ना वंशवाद नहीं, एक ही परिवार से पार्टी मुखिया बनना वंशवाद

Fri, Apr 5, 2019 8:39 PM

 

  • मोदी ने कहा- कांग्रेस सवा सौ साल पुरानी पार्टी, लेकिन ऐसा क्या दरिद्र कि उसके अंदर नेता नहीं उभरते
  • 'जम्मू-कश्मीर की बात करें तो घाटी-लद्दाख की बात भी करना चाहिए, वहां घटनाएं कम हो रहीं'
  • 'पाक में पता ही नहीं कि वहां देश कौन चलाता है, उन्हें आतंकवाद का निर्यात बंद करना चाहिए'

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीति में वंशवाद की व्याख्या की है। न्यूज चैनल एबीपी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि नेता का बेटा चुनाव लड़े तो इसे वंशवाद नहीं कहा जा सकता। हालांकि उन्होंने इसे भी रोके जाने की बात कही। मोदी के मुताबिक- किसी परिवार के सदस्य का पार्टी का मुखिया बनना वंशवाद है।


सवाल: कांग्रेस ये आरोप लगा रही है कि आज सरकार की आलोचना करना राष्ट्रद्रोह है?
मोदी: न्यायालय पर भरोसा रखना चाहिए।

सवाल: कश्मीर में गठबंधन क्यों खत्म कर दिया?
मोदी: जब हम हमने गठबंधन किया तब मुफ्ती मोहम्मद सईद थे। गठबंधन मिलावटी साबित हुआ। हमने सरकार चलाने की कोशिश की। महबूबा जी के काम करने का तरीका अलग है। हमारा मत था कि जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय के चुनाव होने चाहिए। पंचायतों को पैसे दिए जाने चाहिए। वे नहीं चाहते थे कि पंचायतों की ताकत बढ़े। उन्होंने डर पैदा करने की कोशिश की कि चुनाव होने पर हत्याएं होंगी। इसके बाद हम अलग हो गए। हमारी कोशिश थी कि गठबंधन में अच्छा करें।

सवाल: कश्मीर को बेहतर ढंग से हैंडल करना चाहिए था, इसमें क्या सरकार असफल रही?
मोदी: जब हम जम्मू कश्मीर की बात करते हैं तो हमें घाटी, लद्दाख की भी बात करनी चाहिए थी। वहां घटनाएं कम हो रही है। जम्मू-कश्मीर के हर घर में बिजली और शौचालय की सुविधा उपलब्ध हो गई। कृषि, खादी व्यवसाय में वृद्धि हुई। अमरनाथ, वैष्णो देवी के पर्यटक बढ़ रहे हैं। स्पोर्ट्स में वहां के बच्चे अच्छा कर रहे हैं। अलगाववादियों के प्रति नरमी अब सही नहीं होगी। हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। दो-तीन जिलों में ही वे सक्रिय हैं। वहां से भी हटाया जाएगा।

सवाल: पाकिस्तान को लेकर क्या सोचते हैं?
मोदी: मेरा काम भारत के हितों की रक्षा करना है, पाकिस्तान चलाना मेरी जिम्मेदारी नहीं। पाकिस्तान में पता ही नहीं चलता कि देश कौन चलाता है। सेना, आईएसआई, चुनी हुई सरकार या पाक से भागे हुए लोग देश चलाते हैं। यह भी पता नहीं चलता कि बात किससे करें? वे आतंक का निर्यात करना बंद करें। चीन का साथ हमारे सीमा विवाद है, लेकिन व्यवसाय और राजनीतिक बातें होती हैं। 

सवाल: आपको गांधी-नेहरू परिवार से दिक्कत क्या है?
मोदी: मैं चाहूंगा कि इस प्रकार से सहानुभूति हासिल करने के लिए वे जो ड्रामेबाजी कर रहे हैं, वे बताएं कि मैंने क्या किया? लालूजी जेल में हैं, लेकिन केस तो कांग्रेस के काल में शुरू हुआ था। इसमें मेरा क्या दोष है? मैंने देश से कहा है कि लूटने वालों से पाई-पाई वापस लूंगा? नेशनल हेराल्ड का केस भी मेरे आने से पहले शुरू हुआ था, लेकिन दबा दिया गया। मैं तो बस कानूनी काम कर रहा हूं। देश के एक वित्त मंत्री को आज कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

सवाल: गांधी भाई-बहनों में बेहतर कौन है?
मोदी: कांग्रेस पार्टी सवा सौ साल से ज्यादा पुरानी है। इस पार्टी का ऐसा क्या दरिद्र है कि उसके अंदर से नेता नहीं उभरते। मैं उनसे मिला नहीं, उन्हें निजी तौर पर नहीं जानता, इसलिए कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।

सवाल: वाराणसी से प्रियंका के चुनाव लड़ने की खबरें हैं? 
मोदी: लोकतंत्र में कोई कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है।

सवाल: आप भी दो सीटों से चुनाव लड़े थे लेकिन राहुल के दो सीटों से चुनाव लड़ने पर विवाद हो रहा है?
मोदी: कौन कहां से चुनाव लड़ता है, वह उनका निर्णय है। अमेठी से उनको (राहुल गांधी) भागना क्यों पड़ा, ये देश जानना चाहता है। 

सवाल: वंशवाद को लेकर क्या कहेंगे?
मोदी: अगर भारतीय जनता पार्टी बुरे रास्ते पर चलेगी तो हम दूसरे से शिकायत नहीं कर सकते। कांग्रेस से लोगों को अपेक्षा है। बाबा साहब अंबेडकर ने 1937 में कहा था कि वंशवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है। उस वक्त तो मोदी पैदा भी नहीं हुआ था। मैंने कभी किसी का नाम नहीं लिया। नेता का बेटा चुनाव लड़े, वह वंशवाद नहीं है। पार्टी का मुखिया बार-बार किसी परिवार का सदस्य ही बने, यह वंशवाद है। हम अपने गठबंधन के साथियों से भी परिवारवाद से दूर रहने को कहते हैं।

सवाल: आप किससे डरते हैं?
मोदी: मैं ईश्वर से डरता हूं। सवा सौ करोड़ देशवासियों को चोट पहुंचने से डरता हूं। (यहां वे भावुक हो गए)

सवाल: राम मंदिर पर क्या कहेंगे?
मोदी: हमारे लिए संविधान को सबसे ऊपर है। जब मामला न्यायिक प्रक्रिया में हो तो सरकार के नाते हमने अपना पक्ष रखा है। हम चाहते हैं कि जल्द ही मामला सुलझे। सभी चाहते हैं कि राम मंदिर जल्दी बने।

सवाल: क्या इस बार सत्ता विरोधी लहर है?
मोदी: मैं इस चुनाव में एंटी-इनकम्बेंसी नहीं देख रहा। सत्ता के पक्ष में लहर है।

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