Saturday, 26th July 2025

खंडवा लोकसभा सीट / तीसरी बार आमने-सामने होंगे यादव और चौहान, दोनों रह चुके हैं अपनी-अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष

Fri, Apr 5, 2019 8:32 PM

 

  • बुरहानपुर के विधायक सुरेंद्रसिंह, कार्यकारी अध्यक्ष के साथ अन्य कांग्रेसियों को पसंद नहीं थी यादव की दावेदारी 
  • कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयिसंह की पसंद, यादव-गुर्जर वोटों पर पकड़ के कारण मिला टिकट 
  • 2009 में यादव जीते, 2014 में नंदकुमार सिंह चौहान से हारे, फिर भी पार्टी ने भरोसा जताकर मैदान में उतारा

खंडवा. खंडवा लाेकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार की घाेषणा के 11 दिन बाद गुरुवार काे कांग्रेस ने भी अाखिरकार अरुण यादव काे अपना उम्मीदवार घाेषित कर दिया। इसके साथ ही यह तस्वीर भी साफ हाे गई कि नंदकुमार सिंह चौहान और अरुण यादव के बीच तीसरी बार मुकाबला होगा। क्योंकि नंदकुमार की तरह ही अरुण यादव के टिकट को लेकर भी अपनों ने ही विरोध के स्वर उठाए थे, लेकिन पार्टी ने तीसरी बार अरुण यादव पर भरोसा कायम रखा। पिछले लाेकसभा चुनाव में भाजपा के नंदकुमार िसंह चाैहान से ढाई लाख वोटों से हारने के बाद भी अरुण यादव को पार्टी ने इसलिए भी टिकट दिया, क्योंकि वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे। 

पहले खारगाेन में उप चुनाव में जीते थे : राजनीति के क्षेत्र में अपने पिता पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुभाष यादव के साथ काम करने वाले अरुण यादव ने 2007 में लोकसभा के उप-चुनाव से शुरुआत की थी। 2007 में लाभ के दोहरे पद के कारण खरगोन लोकसभा सीट के तत्कालीन भाजपा सांसद को सीट छोड़ना पड़ी थी। जिसके बाद उप-चुनाव में यादव के सामने भाजपा ने मोघे को ही अपना उम्मीदवार बनाया था। उप-चुनाव में यादव को 392092 व मोघे को 273454 मिले थे। यादव ने 118638 मतों से जीत हासिल की थी। 


दो बार आमने-सामने लड़े, 1-1 जीते 

2009 

  • अरुण यादव कांग्रेस (जीते) 
  • नंदकुमारसिंह भाजपा (हारे) 
  • जीत का अंतर 49081 

2014 

  • नंदकुमारसिंह भाजपा (जीते) 
  • अरुण यादव कांग्रेस (हारे) 
  • जीत का अंतर 259714 

जातीय वोटों के आधार पर बनाया प्रत्याशी : जानकारी के मुताबिक खंडवा लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों पर लगभग 2 लाख यादव समाज के मतदाता है। जातीय समीकरण में यादव की पैठ इन मतदाताओं के बीच अच्छी मानी जा रही है। 

8 में से 4 सीटों के कांग्रेस विधायकों में से केवल तीन ही यादव समर्थक : खंडवा लोकसभा सीट की 8 विधानसभाओं में से चार पर कांग्रेस विधायक, तीन भाजपा एवं एक सीट पर निर्दलीय को जीत मिली। यादव समर्थक कांग्रेस विधायक नेपानगर से सुमित्रा कास्डेकर 1264 , मांधाता से नरायण पटेल 1236 व बड़वाह से सचिन बिरला ने 30508 वोटों से जीत हासिल की है। वहीं भीकनगांव से27257 मतों से जीतने वाली कांग्रेस विधायक झूमा सोलंकी व बुरहानपुर से 5120 वोटों से जीते कांग्रेस के बागी निर्दलीय विधायक सुरेंद्रसिंह शेरा की यादव से अनबन जगजाहिर है। 

मैं कांग्रेस से लोकसभा के लिए टिकट का दावेदार था। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए एक का दावा मंजूर किया। चुनाव में कांग्रेस का काम करेंगे।

डॉ.मुनीश मिश्रा, कार्यकारी जिलाध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी ग्राामीण 

अरुण यादव से बने न बने उससे क्या लेना-देना, पर कांग्रेस से तो मेरी बनती है। चुनाव में कांग्रेस का काम करेंगे। जिसके पास पंजा वह कांग्रेस का।

राजनारायण सिंह , पूर्व विधायक, कांग्रेस

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