इंदौर . सोमवार सुबह बाणगंगा इलाके में चैंबर में हुए हादसे के बाद सोमवार देर रात सड़क पर खुदे गड्ढे ने एक छात्र की जान ले ली। बुखार और उल्टियां होने के कारण खुद के लिए दवाइयां लेने के लिए स्कूटी से निकला था। अंधेरा और सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से गाड़ी सहित 10 फीट गहरे गड्ढे में गिर पड़ा। इससे उसके सिर में गंभीर चोटें आई। एक माह बाद उसका जन्मदिन था। अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि गड्ढा किसने खोदा था, लेकिन मंगलवार को गड्ढा भर दिया गया।
पलासिया पुलिस के मुताबिक रीवा का रहने वाला नितिन (21) पिता सियाराम मधुकर बड़वानी प्लाजा में रह रहा था। उसके पिता और मां टीचर हैं। अरविंदो कॉलेज से एमडी की पढ़ाई कर रहे नितिन के बड़े भाई डाॅ. विपिन मधुकर ने बताया- नितिन मेडिकल की तैयारी कर रहा था। दो माह पहले ही बड़वानी प्लाजा में रहने आया था। उसे बुखार था और उल्टियां भी हो रही थी। उसे दवा का पता था तो खुद ही स्कूटी से रात 10.45 बजे दवा लेने के लिए निकल गया। इमलेश्वर महादेव मंदिर से मनोरमागंज की ओर जाने वाले रास्ते में 10 फीट गहरे गड्ढे में वो गाड़ी सहित जा गिरा। उसके सिर में गहरी चोटें आई। संभवत: उसकी मौके पर ही मौत हो गई। डॉ. विपिन पुलिस के साथ रात 11 बजे घटनास्थल पहुंचे। वहां न स्ट्रीट लाइट थी न सुरक्षा के इंतजाम। उन्होंने गड्ढा खोदने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
बीएसएनएल ने खोदा था गड्ढा : निगम; हमारी वहां साइट नहीं नगर निगम की गाइडलाइन के मुताबिक कोई भी विभाग गड्ढा खोदे उसे सुरक्षा के इंतजाम करना होंगे। दूसरे विभागों को निगम से अनुमति लेना होती है। इसे लागू करने के बजाय निगम के अफसर बीएसएनएल विभाग का गड्ढा बता रहे हैं जबकि बीएसएनएल के मुताबिक उस क्षेत्र में उनकी कोई साइट नहीं चल रही।
मनोरमागंज में बीएसएनएल के कर्मचारी लाइन डालने का काम कर रहे थे। उन्होंने गड्ढा खोदा था। छात्र के गड्ढे में गिरने के बाद उन्होंने मंगलवार को गड्ढा भर दिया।
- नागेंद्रसिंह भदौरिया, जोनल अधिकारी, नगर निगम
हम गड्ढा खोदते हैं तो एक आदमी मौके पर खड़ा रखते हैं और तुरंत उसे भरने के बाद ही वहां से टीम हटती है। पलासिया क्षेत्र में हमारी कोई साइट नहीं चल रही है।
- सुरेश प्रजापति, प्रधान महाप्रबंधक, बीएसएनएल
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