साइलो खरीदी केंद्र पर लगी 1 किलोमीटर की लाइन, किसानों को करना पड़ा 24 घंटे तक इंतजार।
74540 पंजीयन और एसएमएस सिर्फ 3000 किसानों को
रबी सीजन में समर्थन मूल्य पर अपना गेहूं बेचने के लिए जिले के 74540 किसानों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें से 1 अप्रैल सोमवार तक सिर्फ 3000 किसानों को ही एसएमएस भेजे गए हैं। अन्य किसान अभी तक अपने नजदीकी खरीदी केंद्र तक पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
अब यहां बनाए गए हैं खरीदी केंद्र
प्रशासन ने अब सायलो गोदाम में 14, मंडी परिसर में 7, वेयर हाउस में 49 और जिले की कोआपरेटिव सोसायटियों में 85 खरीदी केंद्र बनाए जाने की बात कही जा रही है। इन केंद्रों की संख्या में अभी कमी अथवा इजाफा होने की संभावना है।
पिछले साल 3 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा था
25 मार्च से अब तक प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर केवल 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं की ही खरीदी की है। जबकि इस साल शासन ने जिले को 4 लाख टन खरीदी का टारगेट दिया है। पिछले साल जिले से 3 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीदी की गई थी।
एक फीसदी डिफाल्टर वाली 30 सोसायटियों को किया बहाल
प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने 25 मार्च को जिले में 118 खरीदी केंद्र बनाए जाने की बात कही थी। उस समय वेयरहाउस में 49, मंडी परिसर में 7, वेयरहाउस में 62 केंद्र बनाए गए थे। 60 से अधिक कोआपरेटिव सोसायटियों को डिफाल्टर होने के कारण खरीदी केंद्र नहीं बनाया गया था। इनमें से अब 1 प्रतिशत से कम डिफाल्टर वाली 30 सोसायटियों को फिर से बहाल कर उन्हें खरीदी केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है। नजदीकी केंद्रों को एक-दूसरे में मर्ज किया जा रहा है ताकि खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सके। पिछले साल प्रशासन ने 136 केंद्रों के माध्यम से खरीदी का कार्य किया था।
97 समितियों को टाइअप कर रहे हैं
जिला आपूर्ति अधिकारी नुजहत बानो बकई ने बताया कि जिले में 155 उपार्जन केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं। इन केन्द्रों से 97 समितियों को टाइअप किया गया है। चना, उपार्जन के लिए केन्द्रों का निर्धारण किया जा रहा है। जिले में दो तुअर उपार्जन केन्द्र भी संचालित किए जा रहे हैं। इस दौरान समर्थन मूल्य पर चना 4620 रुपए प्रति क्विंटल, गेहूं 1840 रुपए प्रति कि्ंवटल, मसूर 4475 रुपए प्रति क्विंटल की दर से क्रय की जा रही है।
कारण: 155 में 117 केंद्र बंद दावा: 38 केंद्रों में खरीदी का
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