Thursday, 22nd May 2025

उप्र / अखिलेश आजमगढ़ से लड़ेंगे; आजम लोकसभा चुनाव में पहली बार रामपुर से प्रत्याशी

Sun, Mar 24, 2019 7:43 PM

 

  • पिछली बार आजमगढ़ सीट से चुनाव जीते थे मुलायम सिंह यादव
  • अखिलेश इससे पहले लगातार तीन बार कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीत चुके
  • 2014 में सीट खाली कर पत्नी डिंपल को लड़ाया था, सपा का गढ़ मानी जाती हैं ये सीट

लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चौथी बार लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वे इस बार आजमगढ़ से चुनाव मैदान में होंगे। इससे पहले पिछले लोकसभा चुनाव में उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने यहां से चुनाव लड़ा था। उन्होंने जीत हासिल की थी। अखिलेश के अलावा सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान रामपुर सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव में उतर रहे हैं। समाजवादी पार्टी की तरफ से रविवार को इसकी घोषणा की गई।

समाजवादियों का गढ़ माना जाता है आजमगढ़
आजमगढ़ को समाजवादियों का गढ़ भी माना जाता है। यहां लंबे समय से समाजवादी नेता चुनाव जीतते आ रहे हैं। 70 के दशक तक यहां कांग्रेस चुनाव जीती। बाद में समाजवादियों ने इस सीट पर कब्जा किया। बीच में यह सीट सपा और बसपा में भी बंटती रही। 2009 में एक बार इस सीट पर भाजपा भी कमल खिलाने में कामयाब रही। 

अखिलेश लगातार तीन बार कन्नौज से जीत चुके
अखिलेश ने 26 साल की उम्र में कन्नौज लोकसभा सीट से 2000 में पहली बार उपचुनाव जीता। 2004 में हुए आम चुनावों में दूसरी बार लोकसभा के लिए चुने गए। इसके बाद साल 2009 में हुए आम चुनावों में अखिलेश ने तीसरी बार जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में पत्नी डिंपल के लिए ये सीट छोड़ दी थी। डिंपल पहली बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं। अखिलेश 2012 से 2017 तक उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।

मोदी लहर में भी जीते थे मुलायम सिंह यादव 
इस बार भी आजमगढ़ सीट पर सपा और बसपा के बीच गठबंधन होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। सपा की तरफ से अखिलेश यादव के उतरने से यहां लड़ाई मजबूत होनी तय है। 2014 में मोदी लहर के बावजूद अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव ने इस सीट से जीत दर्ज कर समाजवादियों के किले को बचाए रखा था।

आजम रामपुर से 9 बार से विधायक
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वे रामपुर से मैदान में होंगे। आजम 9 बार यहां से विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। वे 1980 में पहली बार विधायक बने थे। आजम 1996-2002 तक राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।

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