पटना. भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा 25 मार्च को कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। वे दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। सूत्रों को मुताबिक पटना साहिब से भाजपा के टिकट पर दो बार सांसद रहे सिन्हा के इस बार कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरेंगे। बताया जा रहा है कि वे 3 दिन पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन होली के चलते इसे टाल दिया गया।
पिछले कई महीनों से वे राजद नेताओं के संपर्क में थे और रांची रिम्स में भर्ती लालू यादव से जाकर मुलाकात भी की थी। इस बात के भी कयास लगाए जा रहे थे कि वे राजद में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, राजद नेता व लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा था कि वे हमारे बड़े हैं और अगर पार्टी में आना चाहे तो उनका स्वागत है।
बिहारी बाबू का राजनीतिक सफर
शत्रुघ्न सिन्हा के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1984 में हुई, जब उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। 1992 में नई दिल्ली सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट दिया। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अभिनेता राजेश खन्ना ने उन्हें 25 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया।
1996 में भाजपा ने शत्रु को बिहार से राज्यसभा भेजा। एनडीए सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली। 2002 में दोबारा भाजपा के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे।
2008 में नए परिसीमन के बाद पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र का गठन हुआ। 2009 में भाजपा ने शत्रुघ्न को पटना साहिब से टिकट दिया और वे कांग्रेस के शेखर सुमन को हराकर पहली बार लोकसभा पहुंचे। 2014 में भाजपा ने उन्हें फिर टिकट दिया और कांग्रेस के कुणाल सिंह को हराकर वे दूसरी बार लोकसभा पहुंचे।
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