बिलासपुर. कभी कांग्रेस के कब्जे में रही बिलासपुर लोकसभा सीट पर पिछले छह चुनावों से भाजपा का परचम लहरा रहा है। हालिया विधानसभा चुनाव में बिलासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा 77876 वोटों से आगे रही है, परंतु राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भाजपा दबाव में है। छत्तीसगढ़ की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार बिलासपुर में फतह के लिए कांग्रेस ने राज्य की बागडोर संभालने के बाद से दोहरी कोशिशें की हैं।
भाजपा में प्रत्याशी चयन के लिए चुनाव समिति की बैठक जाहिर तौर पर अभी तक तय नहीं है, परंतु अंदर ही अंदर दावेदारों के पैनल बनने की चर्चा सरगर्म है। माना जा रहा है कि ये नाम मोदी की आंतरिक सर्वे टीम ने तैयार किए हैं। बहरहाल चल रहे नामों में सिटिंग एमपी लखनलाल लाल साहू सहित कई दिग्गजों के नाम चर्चा में हैं। साहू इसलिए आश्वस्त हैं कि वह 2014 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करुणा शुक्ला से 384951 वोटों के विरुद्ध 561387 वोटों से विजयी रहे। उनकी जीत का अंतर 176431 रहा। इनके अलावा बिलासपुर विधानसभा सीट से पराजित चार बार के विधायक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन रहे भूपेंद्र सवन्नी और आरएसएस व पार्टी लाइन पर चलने वालों के कई नाम शामिल हैं।
बिलासपुर संभाग से लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त क्लस्टर प्रभारी अमर अग्रवाल का कहना है कि बिलासपुर लोकसभा चुनाव के संचालन के लिए बैठक 14 मार्च को बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी यदि चाहेगी तो वह चुनाव अवश्य लड़ेंगे।
भाजपा में टिकट के चयन के लिए जीत की संभावना सबसे बड़ा आधार होगी। चुनाव संचालन समिति की बैठक में प्रत्याशी चयन के बारे में प्रक्रिया शुरू होगी। बैठक की तिथि अभी तय नहीं है।
पवन साय, संगठन महामंत्री प्रदेश भाजपा
मुख्यमंत्री और संगठन के मुखिया भूपेश बघेल ने मुख्यालय में लोकलुभावन घोषणाओं के जरिए आम लोगों को खुश करने कोई कसर नहीं छोड़ी तो जनता कांग्रेस के वोटों का गड्ढा पाटने के लिए सियाराम कौशिक, बृजेश साहू, संतोष कौशिक सहित विधानसभा चुनाव में पराजित छह प्रत्याशियों को पार्टी में प्रवेश दे दिया। बिलासपुर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले आठ विधानसभा सीटों में हालिया विधानसभा चुनाव के आंकड़ें को देखें तो कांग्रेस भाजपा के मुकाबले 6.01 फीसदी वोटों से पीछे रही।
विधानसभा में जीत से उत्साहित कांग्रेस ने रणनीतिक अंदाज में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिशें की। कांग्रेस प्रत्याशी के पैनल में 3 नाम चर्चाओं में हैं जिनमें पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी और बीडीए के पूर्व उपाध्यक्ष रहे विजय पांडेय के नाम शामिल हैं। हालांकि जनता कांग्रेस से पार्टी में लौटी एक नेत्री का भी नाम पूर्व में चर्चा में रहा, परंतु स्क्रीनिंग कमेटी तक पहुंचे नामों में वह शामिल नहीं था।
पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक संभवत: 13 को नई दिल्ली में होगी। इसमें छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों के नामों पर विचार व निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेसी सूत्र के मुताबिक प्रत्याशी चयन का दारोमदार एआईसीसी प्रेसिडेंट राहुल गांधी की सर्वे टीम के द्वारा निकाले गए नामों पर रहेगा। सर्वे में जीत की संभावना वाले नामों का मिलान स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा दिए गए पैनल से किया जाएगा।
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