रायपुर. सेना और केंद्रीय पुलिस बल में कार्यरत छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए रविवार को सरकार की ओर से बड़ी घोषणा की गई। प्रदेश के शहीद सैनिकों की पत्नी को सरकारी नौकरी और उनके बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। यह सुविधा सेना के साथ-साथ अर्द्धसैनिक बल के जवानों पर भी लागू होगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सेना और अर्द्धसैनिक बल में तैनात छत्तीसगढ़ निवासी की इंसर्जेंसी क्षेत्रों में ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर राज्य सरकार न केवल उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देगी, बल्कि उनके बच्चों की कॉलेज तक की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके अलावा अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान जख्मी होने पर मेडिकली रिटायर कर दिया जाता है, तो उन्हें भी राज्य सरकार नौकरी देगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बस्तर के प्रत्येक थाने में स्थानीय आदिवासियों की भाषा संबंधी परेशानी को देखते हुए एक दुभाषिए की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा सेवानिवृत्त जस्टिस आफताब आलम की अध्यक्षता में पत्रकार सुरक्षा कानून समिति का गठन किया गया है, जिसकी अनुशंसाओं का सरकार पालन करेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने डॉ. रमन सिंह को नकारा है, नरेंद्र मोदी को भी नकारेंगे। चुनाव के नतीजे आने के पहले रमन सिंह ने कहा था कि आखिरी गेंद में छक्का मारेंगे, तब मैने कहा था आपकी उम्र क्रिकेट खेलने की नहीं रही, आप हिट विकेट होंगे। उन्होंने ये स्वीकार किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले तीन चुनाव के नतीजों में परिणाम हमारे खिलाफ रहे थे, लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 15 सालों से राज करने के बाद 15 सीटों में सिमट गई है। बीजेपी नेता हताशा में डूबे हुए हैं। केंद्र की उपलब्धि शून्य है। ये देश देख रहा है। इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में 11-0 का रेशियो रहेगा।
उन्होंने कहा कि अमित शाह खुद एक तड़ीपार हैं। अपराधियों से उनके संबंध रहे हैं। नक्सलियों ने हमारे नेताओं को गिन-गिन कर मारा है। ये बताता है नक्सलियों से हमारा क्या रिश्ता है। हमने झीरम घाटी मामले में केंद्र को पत्र लिखा और केस वापस करने की मांग की। आज मैं अमित शाह और बीजेपी से पूछता हूँ कि क्या वजह है कि हमारे ही केस को वापस क्यों नहीं किया जा रहा?
Comment Now