इस्लामाबाद. जेल में बंद पकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इलाज के लिए अस्पताल जाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इलाज के नाम पर इमरान खान सरकार उनके साथ राजनीति कर रही है। नवाज ने अपने छोटे भाई शाहबाज शरीफ से जेल में कहा कि राजनीतिक अत्याचार सहने की बजाए वह मरना पसंद करेंगे।
69 साल के नवाज शरीफ अल-अजीजिया स्टील मिल्स मामले में सात साल की सजा भुगत रहे हैं। दिसंबर 2018 से उन्हें कोट लखपत जेल में रखा गया है। बेटी मरियम का कहना है कि पिछले सप्ताह नवाज को एंजाइना के चार दौरे पड़े थे।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के प्रमुख नवाज का कहना है कि इलाज के नाम पर सरकार उन्हें एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भेजती जा रही है। वह अब इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार की अपमान जनक हरकतें झेलने की बजाए वह मरना ही पसंद करेंगे।
शरीफ के परिवार का कहना है कि सरकार उन्हें इलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं करा रही है। परिजनों का कहना है कि शरीफ बेहद बीमार हैं और उन्हें तत्काल उपचार मुहैया कराया जाना चाहिए। बेटी मरियम का कहना है कि शरीफ ने इलाज के लिए किसी भी अस्पताल में जाने से साफ इनकार कर दिया है।
इससे पहले एक ट्वीट में मरियम ने कहा था कि वह अपनी दादी को लेकर जेल गई थीं, लेकिन शरीफ ने अपनी मां की बात मानने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने मां से कहा कि वह घर जाएं और उनके लिए दुआ करें। बाकी सब अल्लाह पर छोड़ दें।
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