Sunday, 25th May 2025

छत्तीसगढ़ / कोंडागांव को डेल्टा रैंकिंग में देश में दूसरा स्थान मिला

Tue, Mar 5, 2019 8:27 PM

 

  • स्कूलों में साफ पानी, 98% महिलाओं में खून की कमी दूर करने  का मिला फायदा; पिछली बार कोंडागांव जिला 35वें नंबर पर था
  • नीति आयोग की दूसरी रैंकिंग में बीजापुर 2 से सीधे 20वें पायदान पर

जगदलपुर/कोंडागांव . नीति आयोग ने पिछले दिनों दूसरी डेल्टा रैंकिंग जारी की है, जिसमें स्वास्थ्य और पोषण के मामले में दूसरे नंबर पर रहा बीजापुर सीधे 20वें नंबर पर आ गया है। वहीं ओवरऑल रैंकिंग में कोंडागांव ने देश में दूसरा स्थान पाया है। 

पिछली रैंकिंग में कोंडागांव जिला 35वें नंबर पर था। कोंडागांव जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण और शिक्षा के मामले में उन्हीं जगहों पर फोकस किया गया, जहां काफी काम हो चुके थे और थोड़ी सी मेहनत के बाद लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। 
जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण में जहां गर्भवती महिलाओं और संस्थागत प्रसव पर ध्यान दिया गया। कोंडागांव जिले में शिक्षा के मामले में सौ फीसदी स्कूलों में विद्युतीकरण और शौचालय बना दिया गया है।

इसके साथ ही 98.9 प्रतिशत स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था, 85.17 प्रतिशत स्कूलों में बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है। स्वास्थ्य के लिए कोंडागांव को 20 में से 12.4 अंक मिले और शिक्षा में सभी 112 जिलों में से 1.1 अंक के साथ चाैथे नंबर पर रहा। 

बस्तर जिले में रैंकिंग सुधारने को लेकर कोशिश नहीं : बस्तर जिला संभाग मुख्यालय होने के बावजूद यहां रैंकिंग को सुधारने को लेकर कोई भी कोशिश नहीं की जा रही है। इसमें स्वास्थ्य के मामले में पीएचसी को हैल्थ और वेलनेस सेंटरों में तब्दील करने का प्रतिशत केवल 11.03 रहा। 23 फीसदी से ज्यादा गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई गई। इसके अलावा दूसरे बिंदुओं में शिक्षा, कृषि, कौशल विकास, वित्तीय समावेश, मूलभूत अधोसंरचना पर भी कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया जा सका है।

शिक्षा में कोंडागांव को 1.1 अंक बाकी जिले शून्य पर : शिक्षा के मामले में जहां काेंडागांव जिले ने 1.1 अंक लेकर चौथा स्थान हासिल किया है, वहीं बाकी 6 जिले कोई अंक ही हासिल नहीं कर पाए और रैंकिंग में बाकी जिले 31वें नंबर पर रहे।

कृषि और जल संसाधन में कोंडागांव 4.6 अंक के साथ 15वें नंबर पर रहा। कांकेर 41वें, सुकमा 78वें, नारायणपुर और दंतेवाड़ा 84वें, बीजापुर 96वें और बस्तर जिला 110वें नंबर पर रहा। वित्तीय समावेश और कौशल विकास में सुकमा जिला 34वां रहा। 

  • 83.68%  गर्भवतियों का कोंडागांव में महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य की जांच और टीकाकरण।
  • 96.15% को पूरक पोषण आहार, 97.73 प्रतिशत में गंभीर रूप से खून की कमी को दूर किया गया है।
  • 79.67% प्रसव सुरक्षित तरीके से कोंडागांव में संस्थाओं में कराए गए।

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