Thursday, 22nd May 2025

रोचक / महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है, इस व्रत का महत्व और अन्य खास बातें

Sun, Mar 3, 2019 1:04 AM

महाशिवरात्रि व्रत 4 मार्च सोमवार काे मनाया जाएगा। इस पर्व पर भगवान शिव की विशेष पूजा होती है। इस खास दिन के संबंध में कुछ मान्यता ये है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुअा था। वहीं ईशान संहिता के अनुसार इस दिन भगवान शिव प्रकट हुए थे। इस दिन शिव-भक्त मंदिरों में शिवलिंग पर बेल-पत्र आदि चढ़ाकर पूजा, व्रत तथा रात्रि-जागरण करते हैं। धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महाशिवरात्रि पर्व का बहुत महत्व है।

  • महाशिवरात्रि व्रत का महत्व 

' फाल्गुनकृष्णचतुर्दश्यामादिदेवो महानिशि ।

शिवलिङ्गतयोद्भूतः कोटिसूर्यसमप्रभ।।

ईशान संहिता के इस वाक्य के अनुसार ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव होने से यह पर्व महाशिवरात्रि के रुप में मनाया जाता है। इस व्रत को सभी कर सकते हैं। इसे न करने से दोष लगता है। ये व्रतराज' के नाम से विख्यात है। शिवरात्रि यमराज के शासन को मिटाने वाली है और शिवलोक को देने वाली है। शास्त्रोक्त विधि से जो इसका जागरण सहित उपवास करते हैं। उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। शिवरात्रि के समान पाप और भय मिटाने वाला दूसरा व्रत नही है। इसके करने मात्र से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं।

  • महाशिवरात्रि का रहस्य

ज्योतिषाचार्य पं गणेश मिश्रा के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि में चन्द्रमा सूर्य के समीप रहता है। अतः वही समय जीवन रूपी चन्द्रमा का शिवरूपी सूर्य के साथ योग- मिलन होता है। अतः इस चतुर्दशी को शिवपूजा करने से मनुष्यों को मनचाहा फल मिलता है।  

शिवरात्रि पर्व भगवान् शिव के दिव्य अवतरण का मंगलसूचक है। उनके निराकार से साकार रूप में अवतरण की रात्रि ही महाशिवरात्रि कहलाती है। वे हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, मत्सरादि विकारों से मुक्त करके परम सुख, शान्ति ऐश्वर्यादि प्रदान करते हैं।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery