रायपुर . संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जिस औद्रा मागधी कार्यक्रम को निरस्त कर दिया था, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उसे आयोजित करने के लिए कह दिया। भूपेश ने कहा कि उन्होंने सलमान, करीना और सोनू निगम जैसे बॉलीवुड कलाकारों को एक-दो करोड़ रुपए देकर बुलाने से मना किया है, पड़ोसी राज्यों और विदेश के कलाकारों को नहीं, जो सिर्फ 50 हजार रुपए में यहां प्रस्तुति दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को तीन के बजाय दो दिन आयोजित करने के लिए कहा और उनके निर्देश के बाद आनन-फानन में भरी दोपहरी में ज्योति कला मंदिर के कलाकारों ने गिनती के दर्शकों के सामने नृत्यांजलि प्रस्तुत कर दी। भास्कर ने मंगलवार को प्रमुखता से यह मुद्दा उठाया था कि पड़ोसी राज्यों और सिंगापुर को कलाकारों के यहां आ जाने के बाद मंत्री ताम्रध्वज ने कार्यक्रम रद्द कर दिया। सारे कलाकार अन्य राज्यों से आए थे, ऐसे में कार्यक्रम रद्द होना उनके अपमान जैसा है।
यह जानने के बाद सीएम भूपेश ने सुबह 10 बजे संस्कृति विभाग के अफसरों को बुलाकर फटकारा कि जब विभाग ने कलाकारों को बुलाया है तो कार्यक्रम होना ही चाहिए। उनकी सरकार मोटी रकम देकर बॉलीवुड के कलाकारों को बुलाने के पक्ष में नहीं है, पड़ोसी प्रदेश के कलाकारों के लिए नहीं। मात्र 50 हजार रुपए में ज्योति कला मंदिर के 15 डांसरों का दल रायपुर आकर प्रस्तुति दे रहा है, तो इसमें क्या बुराई है। सीएम की टूक फटकार के बाद संस्कृति विभाग के अफसरों ने कार्यक्रम की संचालक पूर्णाश्री राउत से 11 बजे कहा कि सभी कलाकारों को रोकिए, कार्यक्रम होगा। आनन-फानन में मुक्ताकाश मंच पर दोपहर 2 बजे कार्यक्रम किया गया।
पिछली सरकार देती थी मोटी रकम : रमन सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्योत्सव में बालीवुड कलाकारों सलमान खान, करीना कपूर, सोनू निगम, हरिहरन तथा अन्य को संस्कृति विभाग 20 लाख से 1 करोड़ रुपए तक देकर बुलवा चुका है। छत्तीसगढ़ के कलाकारों के मुताबिक करीना के आधे घंटे के कार्यक्रम के लिए 1 करोड़ 5 लाख रुपए का पेमेंट किया गया था। इसीलिए भूपेश सरकार ने दोबारा ऐसी फिजूलखर्ची नहीं करने का फरमान जारी किया था।
सिंगापुर के कलाकार की 7 बजे फ्लाइट, 6 बजे नृत्य : सिंगापुर की शशमिता पाल की वापसी की फ्लाइट मंगलवार शाम 7 बजे थी। तय कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें सोमवार शाम को परफार्म करना था, लेकिन कार्यक्रम उसी दिन रद्द कर दिया गया। शशमिता के अनुसार मंगलवार को शशमिता से फ्लाइट से एक घंटा पहले यानी शाम 6 बजे परफार्म किया, लेकिन उनके लिए रायपुर का अनुभव अच्छा नहीं रहा क्योंकि कार्यक्रम को लेकर असमंजस बना रहा और दर्शक भी नहीं जुटे। गौरतलब है, औद्रा मागधी कार्यक्रम में अमेरिका, सिंगापुर, इटली, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों के कलाकारों को संस्कृति विभाग ने बुलाया है।
धूप में कराया नृत्य, पांव में पड़े फफोले : मंच पर कलाकार नंगे पैर ही नृत्य करते हैं और मुक्ताकाशी मंच पर अधिकतर प्रस्तुतियां शाम 7 से 10 बजे के बीच होती हैं। लेकिन विभाग से फिर गलती यह हो गई कि दोपहर को नाममात्र के दर्शकों के बीच ही कड़ी धूप में नृत्य करवा दिया गया। इसकी बाकायदा वीडियो रिकार्डिंग की गई, ताकि यह बताया जा सके कि कार्यक्रम हुआ है। लेकिन धूप और गर्म फर्श में नृत्य करने की वजह से कई कलाकारों के पैरों में फफोले पड़ गए।
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