सतना. चित्रकूट में 6 साल के जुड़वा भाईयों श्रेयांश और प्रियांश के अपहरण और फिर उनकी हत्या के विरोध में यहां मौन जुलूस निकाला गया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत बड़ी संख्या में स्कूली छात्र और आम नागरिक शामिल हुए। घटना के विरोध में सतना बंद का ऐलान किया गया है। वहीं, भाजपा युवा मोर्चा ने पूरे प्रदेश में आक्रोश मार्च निकालने का निर्णय लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अपहरण के बाद श्रेयांश और प्रियांश को बचाया जा सकता था। लेकिन, इसमें जिसकी भी लापरवाही है, उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हत्यारों के खिलाफ पुलिस सबूत एकत्र करे और उन्हें फांसी के फंदे तक पहुंचाए।
बच्चों के पिता से भी की मुलाकात
रविवार देर रात चित्रकूट पहुंचकर चौहान ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अपराधियों को फांसी दिलाने तक भाजपा कार्रवाई कराने के लिए आंदोलन करती रहेगी। 3 दिन तक आईजी-डीआईजी और एसटीफ क्या करती रही? अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए भाजपा को मोहरा बनाया जा रहा है।
जुड़वा भाईयों का 12 फरवरी को अपहरण हुआ
12 फरवरी को चित्रकूट स्थित सदगुरु पब्लिक स्कूल की बस से तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के जुड़वां बेटों का अपहरण हुआ था। अपहरकर्ताओं ने बीस लाख की फिरौती लेने के बाद पकड़े जाने के डर से बच्चों के हाथों में जंजीरें और पत्थर बांधकर यमुना नदी में फेंक दिया था।
पुलिस ने शनिवार देर रात एक बजे प्रियांश और श्रेयांश (5) के जंजीर से बंधे शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू के पास नदी से बरामद किए थे। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें से पांच महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र हैं। एक आरोपित शिक्षक है, जो रावत परिवार के पड़ोस में ट्यूशन पढ़ाता है।
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