Sunday, 8th June 2025

पुलवामा हमला / देवबंद से गिरफ्तार जैश के दोनों आतंकी मास्टरमाइंड गाजी के संपर्क में थे

Mon, Feb 25, 2019 10:07 PM

 

  • एटीएस ने देवबंद से संदिग्ध आतंकी शहनवाज और आकिब को गिरफ्तार किया था, दोनों कश्मीर के रहने वाले
  • डीजीपी ने रविवार को चार घंटे पूछताछ की, आतंकियों ने बताया- वे बड़े हमले की फिराक में थे

लखनऊ. सहारनपुर के देवबंद से शुक्रवार को गिरफ्तार जैश-ए-मोहम्मद के दोनों संदिग्ध आतंकी पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाजी के संपर्क में थे। पुलिस पूछताछ के दौरान आतंकी शहनवाज और आकिब ने यह भी कबूल किया है कि वे किसी बड़े हमले को अंजाम देने की तैयारी में थे। डीजीपी ओपी सिंह ने रविवार को दोनों आतंकियों से करीब चार घंटे पूछताछ की। इस दौरान पता चला है कि संदिग्ध आतंकी संदेश पहुंचाने के लिए ब्लैकबेरी मैसेंजर और कॉल करने के लिए वर्चुअल नंबर्स का इस्तेमाल करते थे।

सूत्र के मुताबिक, दोनों आतंकी पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड गाजी से मैसेजिंग के जरिए बातचीत कर रहे थे। गाजी को सुरक्षाबलों ने पुलवामा हमले के चार दिन बाद ही मुठभेड़ में मार गिराया था। उसके साथ एक आतंकी और मारा गया था।

कश्मीर में बैठे सरगना दोनों पर हमले का दबाव बना रहे थे

एटीएस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान इन दोनों ने बताया कि कश्मीर में बैठे उनके आका जल्द से जल्द किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का दबाव बना रहे थे। पूछताछ में आतंकी संगठन के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी मिली है। ऐसे में आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। शहनवाज और आकिब की चैट में हथियारों की मूवमेंट की बातें भी मिली हैं। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने इस सबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार किया है।

युवाओं की भर्ती करना था मकसद

कश्मीर के कुलगाम निवासी शाहनवाज और पुलवामा निवासी आकिब ने बताया कि इनका मकसद उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में कश्मीरी युवाओं को लाना था। साथ ही उप्र के युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ने का था। जम्मू- कश्मीर पुलिस भी इन दोनों से पूछताछ करेगी।

क्या होता है वर्चुअल फोन नंबर

 

वर्चुअल फोन नंबर का इस्तेमाल साइबर क्रिमिनल या हैकर करते हैं। इसमें किसी मोबाइल डिवाइस का इस्तेमाल नहीं होता है। साथ ही न किसी सिम का प्रयोग होता है। मोबाइल और सिम का प्रयोग नहीं होने से पुलिस अथवा जांच एजेंसियों के लिए इसका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। इन नंबरों को सर्विलांस पर भी नहीं लगाया जा सकता है।

पुलवामा हमले में 40 जवान हुए थे शहीद

14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक फिदायीन हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।

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