श्रीगंगानगर. श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर शनिवार सुबह पाकिस्तान की ओर से फायरिंग से सनसनी फैल गई। जांच के बाद बीएसएफ ने दावा किया कि यह फायरिंग किसानों पर नहीं पाकिस्तान में शिकार करने आए शिकारियों ने की थी। बीएसएफ के इस दावे की पुष्टि जिला प्रशासन ने भी की हैं।
सूत्रों के अनुसार हिंदूमलकोट बार्डर के पास किसान सुखदेव सिंह व हरदेव सिंह तीन मजदूरों के साथ बीएसएफ से परमिशन लेकर तारबंदी के पार अपने खेतों में पानी लगाने गए थे। इसी बीच उन्होंने देखा कि बार्डर पार पाकिस्तानी क्षेत्र में एक जिप्सी से 4-5 लोग वहां आए। पहले उन्होंने एक फायर किया फिर कुछ दूर जाकर दूसरा फायर किया। अचानक गोलियां चलने से दोनों किसान वहीं खेतों में छिप गए और अपनी जान बचाई। बाद में इन किसानों ने घटना की जानकारी बीएसएफ व पुलिस के अधिकारियों को दी।
जांच के बाद बीएसएफ अधिकारियों ने दावा किया यह फायरिंग भारतीय सीमा में किसानों पर नहीं की गई थी। जिप्सी में आए लोग पाकिस्तान के शिकारी थे और वे वहां शिकार करने आए थे और यह दोनों गोलियां उन्होंने अपने शिकार पर चलाई थी।अधिकारियों ने यह भी बताया कि 10 दिन पहले भी यही शिकारी बॉर्डर पर आए थे। तब इन्होंने फायर किए थे, लेकिन अभी जो हालात बने हैं उसे किसानों को लगा कि फायर उन्हीं पर किए गए हैं। प्रशासन ने भी बीएसएफ की जांच पर मुहर लगाई है।
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