स्पोर्ट्स डेस्क. पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप में होने वाले मुकाबले को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि कुछ वक्त में इसे लेकर स्थिति स्पष्ट होजाएगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर हमारी सरकार को लगता है कि हमें पाक से नहीं खेलना चाहिए, तो जाहिर है कि हम नहीं खेलेंगे। इंग्लैंड और वेल्स में 30 मई से 14 जुलाई तक वर्ल्ड कप के मैच खेले जाएंगे।
बीसीसीआई ने जताया इस बात का डर
- बीसीसीआई सूत्रों के मुताबिक, 'अगर पाकिस्तान से मैच नहीं होता है तो उसे बिना जीते ही प्वाइंट्स मिल जाएंगे। वहीं, अगर फाइनल में भारत-पाक का सामना हुआ और टीम इंडिया नहीं खेली तो पाकिस्तानी टीम बिना खेले ही चैम्पियन बन जाएगी।
- भारत-पाक की टीमें पिछली बार आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल के दौरान आमने-सामने हुई थीं। तब फाइनल जीतकर पाक टीम चैम्पियन बनी थी।
- दूसरी ओर, आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डेव रिचर्डसन ने इस मामले पर ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बात की। उन्होंने कहा, 'हमें अभी तक दोनों बोर्ड की ओर से मैच नहीं खेलने को लेकर कोई सूचना नहीं मिली है। साथ ही हमने भी दोनों बोर्ड को इस मामले में कुछ नहीं लिखा।'
- रिचर्डसन ने कहा, 'हमारी संवेदनाएं इस घटना से प्रभावित हुए लोगों के साथ है। हम बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) सहित अपने सदस्यों के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल वर्ल्ड कप के तय कार्यक्रम के अनुसार भारत-पाक मैच सहित किसी भी अन्य मुकाबले के नहीं खेले जाने के कोई संकेत नहीं हैं।'
भारत-पाक मैच की टिकट की मांग सबसे ज्यादा
- रिचर्डसन ने बताया 'भारत-पाक मैच के टिकट के लिए सबसे ज्यादा 4 लाख आवेदन मिल चुके हैं। हालांकि, ओल्ड ट्रैफर्ड (मैनचेस्टर) की दर्शक क्षमता सिर्फ 25 हजार है। इससे कई लोगों को निराशा होगी। दर्शक सिर्फ इंग्लैंड से ही नहीं बल्कि अन्य देशों से भी इस मैच के देखने आने वाले हैं।'
- आईसीसी के सीईओ ने बताया, 'ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड मैच के टिकट के लिए ढाई लाख और फाइनल मुकाबले के लिए 2 लाख 60 हजार से ज्यादा आवेदन मिले हैं। जाहिर है कि भारत-पाक मैच की मांग सबसे ज्यादा है। यह एक बड़ा मुकाबला है। हमें यह मालूम नहीं कि वे फाइनल में भी एक-दूसरे से खेल सकते हैं।'
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