Sunday, 25th May 2025

छत्तीसगढ़ / नान केस का ट्रायल चल रहा है, एसआईटी किस नियम के तहत बनाई गई : हाईकोर्ट

Sat, Feb 16, 2019 7:47 PM

 

  • नेता प्रतिपक्ष धरमलाल की याचिका पर प्रदेश सरकार से सवाल
  • 1 मार्च तक जवाब दें, तब तक किसी पर नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई न हो

बिलासपुर . नान घोटाले में एसआईटी जांच को लेकर हाईकोर्ट ने पूछा है कि यह केस कोर्ट में लंबित है। मामले में चालान और पूरक चालान पेश हो चुका। फिर किस नियम के तहत एसआईटी गठन किया गया। कोर्ट ने निर्देश भी दिए हैं कि जवाब दाखिल होने तक किसी को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई न हो, जिससे किसी व्यक्ति विशेष को परेशानी उठानी पड़े। सरकार को 1 मार्च तक जवाब पेश करना है।

 
कथित नान घोटाले की एसआईटी जांच को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने याचिका दाखिल की है। चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी और जस्टिस पीपी साहू की बेंच ने याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई की। कौशिक ने याचिका में कहा है कि मामले में एसीबी जांच पूरी होने के बाद चालान व पूरक चालान पेश किया जा चुका, ट्रायल चल रहा है। 70 लोगों की गवाही हो चुकीं, ऐसे में एसआईटी जांच गलत है। नागरिक आपूर्ति निगम (नान) में करीब 30 हजार रुपए के घोटाले के आरोप पर 2015 में एसीबी में दर्ज मामले की जांच के लिए 4 जनवरी 2019 को एसआईटी बनाई गई थी।

 

एसआईटी ने पूर्व एमडी कौशलेंद्र सिंह को बुलाया, लीलाराम भोजवानी और लता उसेंडी को भी तलब करने की तैयारी : रायपुर| नान घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने पूछताछ के लिए पीसीसीएफ कौशलेन्द्र सिंह को बुलाया है। नान के दो पूर्व अध्यक्ष लीलाराम भोजवानी और लता उसेंडी को भी तलब करने की तैयारी है। एसआईटी को अब तक मिले इनपुट के मुताबिक कौशलेंद्र के कार्यकाल में ही डायरी मेंटेनेंस शुरू हुआ था।

सिंह से पूठताछ में एसआईटी ये जानना चाहती है कि डायरी में लिखे सांकेतिक नाम किनके हैं और उनकी क्या भूमिका है। ईओडब्ल्यू एसपी कल्याण एलेसेला ने कहा कि कौशलेन्द्र सिंह के साथ कुछ अन्य लोगों को बुलाया गया है। एक -दो दिन में वे सभी आएंगे। हमें जो क्लू मिल रहे हैं उनके आधार पर जांच बढ़ रही है। चाहे कोई हो हमें जिससे जरूरी लगेगा उससे पूछताछ करेंगे। कौशलेंद्र को एसआईटी ने नोटिस डाक से भेजा है, लेकिन कौशलेंद्र सिंह को वो मिला नहीं है। सिंह अभी स्वास्थ्यगत कारण से छुट्‌टी पर हैं।

 

वे दिसंबर 2009 से 2013 तक डेपुटेशन पर नान के एमडी रहे। जनवरी 2014 में उनका ट्रांसफर हुआ। इसके बाद उमेश अग्रवाल 3 माह, फिर अनिल टुटेजा एमडी रहे।  सिंह ने पूछताछ को सामान्य प्रकिया बताया। नान के दो पूर्व अध्यक्ष लीलाराम भोजवानी और लता उसेंडी को भी पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। फरवरी 2015 में एसीबी ने जब छापा मारा था, तब लता का ही कार्यकाल था। पूछताछ में कौशलेंद्र से मिली जानकारी के आधार पर भोजवानी से सवाल किए जाएंगे। आईएएस विकासशील भी नान के प्रभारी अध्यक्ष रहे।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery