Sunday, 8th June 2025

वलसाड / गले मिलने की घटना पर राहुल ने कहा- मोदी के अंदर की नफरत को मेरे प्यार ने दबा दिया

Thu, Feb 14, 2019 11:33 PM

 

  • राहुल ने वलसाड के लालडुंगरी गांव में जनआक्रोश रैली को संबोधित किया
  • लोकसभा समापन सत्र में मोदी ने कहा था कि उन्हें सदन में गले लगने और गले पड़ने का अंतर पता चला 
  • इंदिरा ने 1980, राजीव ने 1984, सोनिया ने 2004 में लालडुंगरी से लोकसभा चुनाव प्रचार शुरू किया था, तीनों बार कांग्रेस की सरकार बनी

अहमदाबाद. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को वलसाड के लालडुंगरी गांव में जनआक्रोश रैली में पहुंचे। यहां लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गले मिलने की घटना का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, “एक तरफ मोदी मेरा और मेरे परिवार का अपमान करते हैं। कांग्रेस पार्टी का अपमान करते हैं। कहते हैं कांग्रेस पार्टी को मिटा दूंगा। लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी का प्रेसिडेंट उनसे लोकसभा में जाकर गले मिलता है। नफरत को नफरत नहीं काट सकती। नफरत को प्यार ही काट सकता है। मैं आपको बता सकता हूं कि जब मैं उनसे गले मिला तो मेरे मन में उनके लिए नफरत नहीं थी। उनके अदंर जो नफरत थी उस नफरत को मेरे प्यार ने दबा लिया। जैसा गांधीजी ने कहा है यह नफरत का देश नहीं है। यह प्यार का देश है।”

 

गुजरात में चल रहे प्रोजेक्ट्स पर राहुल ने कहा, “यहां भारत माला और बुलेट ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं, लेकिन आम आदमी को फायदा देना होगा। हम इनके खिलाफ नहीं है। किसानों से जमीन ली है तो उसे मार्केट रेट से दोगुनी कीमत देनी पड़ेगी। अगर अनिल अंबानी को राफेल का कॉन्ट्रैक्ट दे सकते हो तो किसान, गरीब और आदिवासी के हक की बात करनी होगी।''

 

लोकसभा में मोदी ने ली थी चुटकी

एक दिन पहले 16वीं लोकसभा के समापन सत्र में मोदी ने कहा था कि इस सदन में मुझे गले लगने और गले पड़ने का अंतर पता चला। मोदी संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई घटना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें राहुल ने अपने भाषण के बाद अचानक मोदी को गले लगा लिया था। उन्होंने राहुल पर तंज कसा कि हम सुनते थे कि सदन में भूकंप आएगा। 5 साल हो रहे हैं, संसद में भूकंप तो नहीं आया... आंखों की गुस्ताखियां देखने को जरूर मिलीं।

 

विधानसभा चुनाव के बाद पहला गुजरात दौरा

इससे पहले रैली में पहुंचने पर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। दिसंबर 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राहुल का पहला गुजरात दौरा है। इसी रैली से गुजरात में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत हुई। 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 26 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस को गुजरात में 11 सीटें मिली थीं।

नफरत फैलाता है आरएसएस

राहुल गांधी अजमेर में कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय महाधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर कहा- ''वो सुबह हाफ पैंट पहनकर लाठी उठाते हैं। नफरत फैलाते हैं। हम प्यार और मुहबब्बत से देश बदलना चाहते हैं। देश में दो विचारधारा की लड़ाई है। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि देश को बदलना है, 70 साल में कुछ नहीं हुआ। मेरे आने से पहले हाथी सो रहा था। असल में वे गांधीजी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू, अंबेडकरजी, देश की जनता, किसान, मजदूरों का अपमान कर रहे हैं।'' राहुल ने कहा कि कांग्रेस में आपकी जो जगह है आपको वो आदर नहीं मिला। इसके लिए माफी मांगता हूं। कांग्रेस की रीड़ की हड्डी यूथ कांग्रेस नहीं, एनएसयूआई नहीं सेवादल है।

     
इंदिरा, राजीव और सोनिया ने भी लालडुंगरी से शुरू किया था प्रचार
कांग्रेस की मान्यता है कि लोकसभा चुनाव का प्रचार गुजरात में लालडुंगरी से किए जाने पर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है। इसके पहले इंदिरा गांधी ने 1980, राजीव गांधी ने 1984 और 2004 में सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार की शुरुआत यहीं से की थी। तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी थी। 

 

विधानसभा चुनाव के दौरान 24 जिलों में गए थे राहुल
गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल 24 जिलों में गए थे। उन्होंने कुल 57 रैलियां की थीं। इस दौरान राहुल राज्य के 27 मंदिरों में भी गए थे। 

राहुल की रैलियों से कांग्रेस को काफी फायदा हुआ। 2012 में कांग्रेस को 182 में से 60 सीटें मिली थीं, 2017 में उसे 77 सीटें मिलीं।

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