दंतेवाड़ा. नक्सली अब अपने नापाक मंसूबों काे अंजाम देने के लिए बच्चों का भी इस्तेमाल करने से नहीं चूक रहे। कटेकल्याण थाना क्षेत्र में जवानों ने गुरुवार देर शाम स्पाइक होल करते नक्सलियों के साथ ही कक्षा 3 के छात्र के साथ एक पूर्व छात्र को पकड़ा है। वहीं 10 स्पाइक होल्स और उसके नीचे छिपाकर रखा पांच किलो आईईडी बरामद किया है।
दरअसल, बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर पिछले तीन दिनों से सुकमा व दंतेवाड़ा की संयुक्त डीआरजी की टीम चिकपाल, मारजूम क्षेत्र में निकली हुई है। जवानों को नुकसान पहुंचाने नक्सलियों ने जगह-जगह गड्ढा खोद लोहे का सरिया लगाकर स्पाइक होल बनाया है।
नक्सलियों ने गुड़से में कच्ची सड़क के नीचे एक किमी तक करीब 10 स्पाइक होल्स बनाकर रखे थे। इसके नीचे पांच किलो की आईईडी भी छिपाकर रखी गई थी। सर्चिंग के लिए निकली जवानों की टीम ने सूझबूझ दिखाते हुए स्पाइक होल्स बरामद कर लिए।
स्पाइक मिलने के बाद जवानों ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं। इनमें एक बच्चा बेंगलूर आश्रम का है जबकि दूसरा ड्रॉप आउट बताया जा रहा है। इन बच्चों के पास से पुलिस ने पटाखा भी बरामद किया है।
आश्रम छोड़ चुका 11 साल का बच्चा लगातार नक्सलियों के लिए काम कर रहा था। इसके बाद बेंगलूर आश्रम में कक्षा तीसरी में पढ़ने वाला छात्र छुट्टी पर घर पहुंचा तो वही उसे अपने साथ ले गया था। पुलिस अफसरों का कहना है कि अभी बच्चों से पुलिस कोई पूछताछ नहीं कर रही है। पूरी पूछताछ सीडब्ल्यूसी के अफसरों के साथ कि जाएगी।
दैनिक भास्कर ने इसको लेकर पहले ही अंदेशा जता दिया था। इसको लेकर 24 जनवरी को खबर 'रोंजे आश्रम से 24 बच्चे गायब, इसी क्षेत्र से मासूमों को बनाया जा रहा नक्सली' भी प्रकाशित की थी, जिसमें बच्चों को नक्सली से जुड़ने की बात कही गई थी।
इधर, पकड़े गए कक्षा तीसरी के छात्र ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी मां से मिलने चिकपाल गया हुआ था। वहीं नक्सलियों के संबंध में कुछ भी नहीं बता पा रहा है और यह भी नहीं बता पा रहा है कि उसके पास पटाखे कहां से आए है।
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सली अब बच्चों का इस्तेमाल करने लगे हैं। पकड़े गए नक्सलियों में दो आश्रम के बच्चे शामिल हैं। जिन्हें स्पाइक होल लगाते व बम फोड़ जवानों की मौजूदगी की सूचना देते पकड़ा गया है।
दोनों नाबालिगों को शनिवार को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी ऐसा अंदेशा है कि जब-जब आश्रम से बच्चे छुट्टियों पर आते हैं तब-तब नक्सली उन्हें ऐसे ही कामों में लगा देते हैं।
उन्होंने कहा कि अभी आश्रम के छात्र के संबंध में हास्टल से जानकारी निकाली जा रही है। गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जिले में लगातार खबरें आ रही हैं कि यहां नक्सली आश्रम-छात्रावासों के बच्चों को अपने साथ जोड़ रहे हैं लेकिन प्रशासन इन मामलों में गंभीर नहीं हो पा रहा है।
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