रायपुर (अमिताभ अरूण दुबे). चुनाव आयोग ने पिछले साल हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मोबाइल एप और सी-टॉप्स सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था। इनकी मदद से आयोग ने शिकायतों को दूर करने के साथ पूरे चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी थी। अब इसी सिस्टम को लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में लागू करने की योजना बना रहा है।
विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार क्यू मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का भी प्रयोग किया गया था। इसमें मतदाता घर पर ही यह देख सकते थे कि उनके मतदान केंद्र में कितनी भीड़ है। पहले प्रयास में कई कमियां रह गई थीं, इसलिए इसे अपडेट किया जाएगा। सॉफ्टवेयर अपडेट होने की स्थिति में यह आसान हो जाएगा कि किस समय में मतदान केंद्र में कितनी भीड़ है। अपनी सुविधा के अनुसार मतदाता वोट डालने के लिए जा सकेंगे। यह प्रयोग सफल होगा तो पूरे देश में लागू किया जाएगा।
आसानी से मतदाता सूची से नाम हट और जुड़ जाएगा
आयोग जल्द ही ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रहा है, जिसमें मतदाता सूची में नाम जोड़ना या हटाना आसान होगा। दूसरे शहर या राज्य में ट्रांसफर होने की स्थिति में आसानी से नाम जुड़ जाएगा। पूर्व में जहां नाम जुड़ा है, वह हट जाएगा।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी तक पहुंची कहानी
विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और सभी जिलों में लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया में विश्वास कायम करने के लिए कई तरह के पहल किए गए थे। यह कहानी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी तक जा रही है। पहली बार राज्य को निर्वाचन के लिए दो पुरस्कारों के लिए चुना गया है। निर्वाचन आयोग छत्तीसगढ़ तर्ज पर पोलिंग किट बांटने पर विचार कर रहा है।
आयु के मुताबिक वोटरों की तादाद
आयु वर्ग | वोटरों की तादाद |
18-19 | 4,96,954 |
20-29 | 53,95,283 |
30-39 | 48,33,568 |
40-49 | 35,11,208 |
50-59 | 23,23,840 |
60-69 | 12,70,422 |
70-79 | 5,53,052 |
80 से ज्यादा | 1,61,492 |
100 साल या इससे ज्यादा | 3,140 |
प्रदेश में मतदाता आकड़ों में
कुल मतदाता | 1,85,45,000 |
पुरुष | 92,95,301 |
महिला | 92,49,456 |
थर्ड जेंडर | 1000 से ज्यादा |
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