रिलिजन डेस्क. नए साल 2019 के पहले हफ्ते में ही इस बार सूर्य ग्रहण हुआ और अभी महीना खत्म भी नहीं हुआ है कि पूर्ण चंद्रग्रहण पड़ने जा रहा है। इस बार 21 जनवरी को पूर्णिमा है और इसी दिन साल का पहला चंद्रग्रहण है। वही इस चंद्रग्रहण को काफी खास भी माना जा रहा है क्योंकि वैज्ञानिक नज़रिए से इसे सुपर ब्लड मून का नाम दिया गया है। कहा जा रहा है कि इस चंद्र ग्रहण में चांद बाकी दिनों के मुकाबले 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकीला नजर आता है। यही कारण है कि चांद सुर्ख लाल रंग का नज़र आता है। वही रात को अंधेरे में ये नजारा बेहद ही अद्भुत नज़र आता है। यही कारण है कि इसे ब्लड मून कहा जाता है। हालांकि ये भारत में दिखाई नहीं देगा इस कारण यहां इसका कोर्ठ प्रभाव नहीं रहेगा।
भारतीय समयानुसार ये चंद्रग्रहण सुबह 10.11 बजे से शुरू होगा और तकरीबन 1 घंटा यानि 11.12 बजे तक रहेगा। कहा जाता है कि जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य जब एक ही लाइन में आ जाते हैं और जब चांद पर पृथ्वी की प्रच्छाया पड़ती है तब चंद्रग्रहण होता है। वही ग्रहण से पहले सूतक काल 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। इस लिहाज़ से सूतक 20 जनवरी की रात 9 बजे से ही शुरु हो जाएगा।
खास बात ये है कि चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। ये केवल अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका और मध्य प्रशांत में ही नज़र आएगा। इससे पहले सूर्य ग्रहण भी भारत में नज़र नहीं आया था। 21 जनवरी को पड़ने वाला चंद्रग्रहण न्यूयार्क, लॉस एंजिलेस, लंदन, शिकागो, एथेंस, पेरिस, मास्को, ब्रेसेल्स और वाशिंगटन डीसी में नज़र आएगा।
साल 2019 में कुल 5 ग्रहण होंगे। इसमें तीन सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण शामिल हैं।
- सबसे पहले 6 जनवरी को सूर्यग्रहण हुआ। ये भारत में दिखाई नहीं देगा।
- 21 जनवरी को चंद्रग्रहण होगा। ये भी भारत में दिखाई नहीं देगा।
- 2 जुलाई को खग्रास सूर्यग्रहण होगा। ये भी भारत में दिखाई नहीं देगा।
- 16 जुलाई को खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा। ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा।
- साल 2019 का अंतिम सूर्यग्रहण 26 दिसंबर को होगा। ये ग्रहण सिर्फ दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में ही दिखाई देगा।
16 जुलाई को खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा। यह ग्रहण उत्तराषाढ़ा नक्षत्र एवं धनु-मकर राशि पर होगा। ग्रहण का स्पर्श रात 01:32 से होगा और मोक्ष रात 04:30 पर होगा। ग्रहण का पर्वकाल 2 घंटा 58 मिनट का रहेगा।
- साल 2019 का अंतिम सूर्यग्रहण 26 दिसंबर को होगा। यह खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा, जो मूल नक्षत्र एवं धनु राशि पर मान्य होगा। यह खंडग्रास सूर्यग्रहण केवल दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में ही दिखाई देगा। जिन क्षेत्रों में ये ग्रहण दिखाई देगा, सिर्फ वहीं इससे जुड़े नियम मान्य और प्रभावी होंगे।
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