मुंबई. देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सन फार्मा का शेयर शुक्रवार को 13% गिरकर 6 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान एनएसई पर शेयर 56 रुपए टूटकर 370.20 रुपए पर आ गया। यह फरवरी 2013 के बाद सबसे कम भाव है। हालांकि, निचले स्तरों से शेयर में कुछ रिकवरी आ गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हिसलब्लोअर ने सन फार्मा के कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियों की शिकायत की है। इस वजह से शेयर में गिरावट आई। इस मामले में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने सन फार्मा से जवाब मांगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया है कि साल 2014 से 2017 के बीच आदित्य मेडीसेल्स (एएमएल) कंपनी ने सुरक्षा रियल्टी फर्म के साथ 5,800 करोड़ रुपए का लेन-देन किया था। सुरक्षा रियल्टी, सन फार्मा के को-प्रमोटर सुधीर वालिया की कंपनी है। एएमएल सन फार्मा की डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी है।
पिछले वित्त वर्ष की सालाना रिपोर्ट में सन फार्मा ने एएमएल को संबंधित पार्टी घोषित किया था। इसमें सन फार्मा के प्रमोटर और एमडी दिलीप सांघवी की 59.27% हिस्सेदारी होना बताया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सन फार्मा ने 11 साल तक एएमएल के बारे में जानकारी छिपाई थी। संभवतया साल 2006 से इसमें दिलीप सांघवी की हिस्सेदारी थी।
सन फार्मा के कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियों की 2 महीने में दूसरी शिकायत सामने आई है। दिसंबर में भी व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाए थे कि कंपनी के प्रमोटर और एमडी दिलीप सांघवी और उनके रिश्तेदार सुधीर वालिया, धर्मेश दोशी के साथ वित्तीय अनियमितताओं में शामिल थे। दोशी का नाम साल 2001 में शेयर बाजार में हुए केतन पारेख के घोटाले में शामिल था।
Comment Now