महासमुंद. हैलो माई नेम इज बेंजामीन मैथ्यूज, आई एम एसपी फ्रॉम सेंट्रल क्राइम टीम। बेंजामीन जिस किसी से मिलता इसी नाम और पदनाम का उपयोग करता। झांसे में आई युवतियों का बेंजामीन फायदा उठाकर ठगी और दैहिक शोषण करता था। शिकायत पर बसना पुलिस ने बेंजामीन मैथ्यूज (34) को रायपुर के धनेली इलाके से गिरफ्तार किया है।
दअरसल, कुछ दिनों पहले बसना पुलिस को केरल के एक गांव कंजीत्तूकारा, अय्यूर निवासी मैथ्यूज के खिलाफ एक महिला ने दैहिक शोषण और ठगी की शिकायत दर्ज कराई। साइबर टीम की मदद से पुलिस ने आरोपी को रायपुर के धनेली इलाके में एक कंस्ट्रक्शन साइट से गिरफ्तार किया।
पुलिस को आरोपी के कमरे से 25-30 नग सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, पुलिस व अन्य विभागों के फर्जी पत्र, खुद के नाम के चार अलग-अलग प्रकार के प्रेस कार्ड, राजनैतिक पार्टी के फर्जी आई कार्ड, फर्जी मेडल्स, 5 एटीएम कार्ड, 8 बैंकों के पासबुक, वर्दी में ली हुई फोटो मिली है।
जांच के दौरान बसना पुलिस के सब इंस्पेक्टर हेमलाल नाग ने बेंजामीन को फोन लगाया और पूछताछ की। इस पर वह भड़क गया और एसपी से बात कर ट्रांसफर करा देने की धमकी दी। आरोपी राजधानी रायपुर में ही रह रहा था और यहीं से कॉल कर लोगों को शिकार बनाता।
बेंजामीन ने इंदौर में शेफाली पांडेय नाम की युवती से शादी की है, उसके दो बच्चे भी हैं। उसने रायपुर और केरल में भी शादी की है। एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ने कितने लोगों से ठगी की है, इसकी जांच की जा रही है। उसने पुलिस, सीआईएसएफ और नारकोटिक्स विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी भी की है। आरोपी के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में भी अपराध दर्ज है।
बेंजामीन खुद को अफसर बताकर लड़कियों और महिलाओं से दोस्ती करता। झांसे में लेने के बाद कहता कि मेरे बैंक अकाउंट में परेशानी आ गई है, इसलिए अपना अकाउंट नंबर दे दो, जिसमें मैं अपनी सैलेरी डलवाउंगा। आरोपी इन सभी एकाउंट नंबर का उपयोग ठगी के पैसे मंगाने के लिए करता था।
साल 2016 में आरोपी बेंजामीन अहमदाबाद से रायपुर पहुंचा। उसने यहां के स्टेशन रोड स्थित पूजा गेस्ट हाउस के बैड नंबर 8 में वो रुकता था। यहां भी उसने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और पैसे नहीं दिए। पैसे नहीं चुका पाने के कारण उसने अपना सामान यहीं छोड़कर गायब हो गया। कुछ दिन वो आश्रय गृह में रहा। फिलहाल वह जहां रहता था, वो एक कंस्ट्रक्शन साइट थी।
प्रार्थिया रितिका (बदला हुआ नाम) ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजकर दोस्ती की। खुद को रायपुर क्राइम ब्रांच का वरिष्ठ अधिकारी बताया था। उसने अपने फेसबुक प्रोफाइल में भी साइबर एक्सपर्ट व पुलिस वर्दी में फोटो लगाकर रखा था।
आरोपी ने शादी का झांसा दिया और कई बार शारीरिक संबंध बनाया। उसने मेरा एटीएम कार्ड रखकर रकम भी निकाली। मुझे हैदराबाद, रायपुर, भिलाई, रांची, विशाखापट्टनम, उत्तर प्रदेश भी लेकर गया। जहां वो कई लोगों से मिलता, लेकिन मुझे उनसे अलग रखता।
इसके चलते मुझे और परिजनों, मित्रों को शक होने लगा। आरोपी के खिलाफ जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह कोई अफसर नहीं है। जब मैंने उसकी शिकायत की बात कही तो उसने अश्लील वीडियो एवं फोटोग्रॉफ्स सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
बेंजामीन ने एथिकल हैकिंग का कोर्स भी किया है। यही कारण है कि उसने प्रार्थिया के वाट्सएप अकाउंट का क्लोन तैयार कर लिया था। साथ ही उसके मोबाइल को भी हैक कर लिया था। प्रार्थिया किसे फोन लगाती थी, उसके पास किसके फोन आते थे, सभी जानकारी उस तक पहुंच जाती थी।
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