मेलबर्न. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए तीसरे टेस्ट के बाद मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच को औसत रेटिंग दी है। आईसीसी ने पर्थ की पिच को भी औसत रेटिंग दी थी। पर्थ में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैच की सीरीज का दूसरा टेस्ट हुआ था। औसत रेटिंग दिए जाने का मतलब है कि आईसीसी मेलबर्न स्टेडियम को कोई डिमेरिट पॉइंट नहीं देगा।
आईसीसी नियमों के मुताबिक, यदि किसी स्टेडियम को पांच साल के दौरान पांच डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाते हैं तो उसका अंतरराष्ट्रीय स्टेटस छिन जाता है।
मेलबर्न पर पिछले साल ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच बॉक्सिंग-डे टेस्ट हुआ था। वह मुकाबला ड्रॉ रहा था। इसके बाद आईसीसी ने यहां की पिच को तीन डिमेरिट पॉइंट्स दिए थे।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, मेलबर्न की मौजूदा पिच करीब 15 साल पुरानी है, लेकिन अगले सत्र में भी उसी का इस्तेमाल किया जाएगा।
यहां चार नई पिचें तैयार की जानी हैं। हालांकि, उन्हें पूरी तरह से तैयार होने में करीब तीन साल लगेंगे और तब तक इसी पिच का इस्तेमाल किया जाएगा।
पर्थ की पिच को औसत रेटिंग मिलने पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच जस्टिन लैंगर समेत कई क्रिकेट समीक्षकों ने आईसीसी के फैसले पर अचरज जताया था।
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