रायगढ़. प्रभु येशु के जन्म लेते ही शहर के गिरजाघर मोमबत्तियों की रोशनी से जगमगा उठे। दरअसल सोमवार की रात 12 बजते ही मसीही समाज ने न केवल विशेष आराधना की, बल्कि प्रभु के आगमन को लेकर मोमबत्तियों की कतारे लगा दी। प्रभु के जन्म लेने के बाद उनके प्रतीक को सभी लोगों के बीच में घुमाकर आर्शीवाद दिया गया। शहर के मुख्य गिरजाघरों में क्रिसमस पर्व सोमवार की आधी रात से शुरू हो गया। यहां प्रभु-येशु के जन्म का जश्न मनाने लोगों की भारी भीड़ रही। संत माइकल, विश्वासगढ़, बोइरदादर स्थित शहर के मुख्य गिरजाघरों में क्रिसमस पर्व धूमधाम से मनाया गया। हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने चरनी में जन्म प्रभु येशु व चर्च में स्थापित माता मरियम की प्रतिमा के सामने मोमबत्तियां जलाकर आराधना की। प्रभु यीशु के जन्म के पहले खुशी के गीत गाए गए। प्रभु के जन्म के बाद मसीहियों को परमप्रसाद दिया गया। मोमबत्ती जलाकर आराधना करते लोगों का यह नजारा शहर के सभी गिरजाघरों में देखने को मिला।
गिरजाघरों में हुई विशेष प्रार्थना
जिंगल-बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे गीत पर नन्हें-मुन्नों ने जमकर मस्ती करते हुए येशु के जन्म की खुशियां मनाई। क्रिसमस डे पर कहीं पर बच्चों ने केक काटकर खुशियां मनाई तो कहीं पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। वहीं गिरजाघरों में आज सुबह सामूहिक प्रार्थना के बाद बधाइयों को दौर शुरू हो गया। सभी अपने नाते रिश्तेदारों के साथ मिलकर घरों में क्रिसमस पार्टी के माध्यम से केक काटकर अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस दिन हरेक घरों में क्रिसमस ट्री का विशेष महत्व होता है।
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