Saturday, 7th June 2025

मध्यप्रदेश / मंत्रिमंडल का गठन आज; 25 मंत्री लेंगे शपथ, इनमें 1 निर्दलीय, 3 महिलाएं

Tue, Dec 25, 2018 7:22 PM

 

  • 55 नए चेहरों में से किसी को भी मौका नहीं, बसपा को पद मिलने की संभावना 
  • मालवा-निमाड़ से सबसे ज्यादा आठ और विंध्य से सबसे कम दो ही मंत्री
  • राहुल ने कमलनाथ समेत प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक कर फाइनल किए नाम

Dainik Bhaskar

Dec 25, 2018, 07:52 AM IST

भोपाल. मध्यप्रदेश में मंगलवार को दोपहर 3 बजे कमलनाथ सरकार का गठन होगा। इनमें 13 कैबिनेट और 12 राज्यमंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। इन 13 कैबिनेट में से पांच को स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा। टीम कमलनाथ में एक निर्दलीय के अलावा तीन महिलाएं, एक मुस्लिम को भी मंत्री बनाया जाएगा। 15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बनेंगे, जबकि कांग्रेस से पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई।

 

इससे पहले मंत्रिमंडल को लेकर चार दिन तक दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक की। ऐसा बताया गया किअल्पमत की कांग्रेस को समर्थन देकर बहुमत दिलाने वाली बसपा और सपा भी मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए दिनभर दबाव बनाती रहीं। बसपा का एक विधायक मंत्रिमंडल में शामिल हो सकता है।

 

 

25 मंत्री लेंगे शपथ

 

  • 13 कैबिनेट मंत्री, इनमें 9 मंत्री 15 साल बाद फिर मंत्रिमंडल में: केपी सिंह, गोविंद सिंह, ब्रजेंद्र सिंह, बाला बच्चन, दीपक सक्सेना, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, बिसाहूलाल सिंह और आरिफ अकील। इनके अलावा, जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट, इमरती देवी और गोविंद सिंह राजपूत पहली बार कैबिनेट मंत्री बनेंगे।
  • 12 राज्यमंत्री : एंदल सिंह कंसाना, प्रदीप जायसवाल, लखन घनघोरिया, तरुण भानौत, कमलेश्वर पटेल, सचिन यादव, उमंग सिंघार, सुरेंद्र सिंह बघेल, लाखन सिंह यादव और जयवर्द्धन सिंह। ये भी दौड़ में : पीसी शर्मा, प्रद्युमन सिंह तोमर, हर्ष यादव और योगेंद्र सिंह (बाबा), सुरेंद्र सिंह ठाकुर, हिना कांवरे।
  • 15 पहली बार :  इमरती देवी, गोविंद राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रदीप जायसवाल, तरुण भानौत, कमलेश्वर पटेल, जीतू पटवारी, सचिन यादव, लखन घनघोरिया, उमंग सिंघार, लाखन सिंह यादव, राजवर्द्धन सिंह और जयवर्द्धन सिंह। 
  • विधानसभा अध्यक्ष: डॉ. गोविंद सिंह या विजयलक्ष्मी साधौ।
  • जातीय समीकरण: सवर्ण 9, ओबीसी 8, एससी 4, आदिवासी 3 और मुस्लिम 1। 

 

 

मंत्रिमंडल से 2019 को साधने की कोशिश

चार महीने बाद लोकसभा चुनाव है। इसे देखते हुए मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल, महाकौशल, बुंदेलखंड और विंध्य से ऐसे चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए जा रहे हैं, जिनका अनुभव युवाओं के बीच शक्ति संतुलन बनाए रख सके।

 

क्षेत्र विधायक
मालवा निमाड़ सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा,  बाला बच्चन, तुलसी सिलावट, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, सचिन यादव और  राजवर्द्धन सिंह।  
विंध्य बिसाहूलाल सिंह और कमलेश्वर पटेल।  
मध्य क्षेत्र आरिफ अकील, डाॅ. प्रभुराम चौधरी, पीसी शर्मा, लक्ष्मण सिंह या जयवर्द्धन सिंह।
ग्वालियर चंबल डाॅ. गोविंद सिंह, केपी सिंह, एंदल सिंह कंसाना, इमरती देवी, लाखन सिंह यादव, प्रद्युमन सिंह और इमरती देवी।
बुंदेलखंड ब्रजेंद्र सिंह राठौर, गोविंद सिंह राजपूत और हर्ष यादव।
महाकौशल एनपी प्रजापति, दीपक सक्सेना, प्रदीप जायसवाल,  तरुण भानौत,  लखन घनघोरिया, ओमकार सिंह मरकाम, हिना कावरे।

 

हीरालाल अलावा ने भी दावेदारी ठाेंकी : जय युवा आदिवासी संगठन (जयस) के हीरालाल अलावा ने भी मंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी की है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल में लिखा है कि जयस ने कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। उसे सत्ता में भागीदारी मिलना चाहिए। जयस को अनदेखा करना कांग्रेस की बड़ी भूल होगी।

 

मंत्रिमंडल में कमलनाथ खेमा हो सकता है भारी 

 

कमलनाथ सबसे ज्यादा 11 मंत्री इन्हीं के हो सकते हैं। मुख्यमंत्री पद पाने के बाद यहां भी नाथ अपनी ताकत बरकरार रख सकते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया इनके 7 करीबी विधायक मंत्री बन रहे हैं। हालांकि, ये सभी ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से ही हैं।
दिग्विजय सिंह इनके 6 से 7 करीबी विधायक मंत्री बन सकते हैं। दिग्विजय ने समन्वय का काम कर खुद को मजबूत किया।

 

विधानसभा का सत्र 7 जनवरी से:  विधानसभा का सत्र 7 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसमें सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे, जो कि सदन का वरिष्ठ नेता होता है। इस पद के लिए अभी भाजपा से गोपाल भार्गव और कांग्रेस से डॉ. गोविंद सिंह का नाम आगे है। इधर, सामान्य प्रशासन विभाग ने नए मंत्रियों के लिए 30 वाहन तैयार किए हैं, जिन्हें उन्हें शपथ लेने के बाद उपलब्ध करा दिया जाएंगे। यह सत्र 11 जनवरी तक चलेगा। सरकार 10 संसदीय सचिव बना सकती है। इन्हें कैबिनेट या राज्यमंत्री का दर्जा होगा। इस बारे में मुख्यमंत्री ने विवेक तन्खा से चर्चा की।

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